मुंगेर में मंगलवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए हंगामे की छीटें अब भी बरस रही हैं। स्थानीय लोगों में उस दिन की घटना को लेकर अब भी आक्रोश है। गुरुवार को मुंगेर में स्थिति उस समय चिंताजनक हो गई जब उग्र भीड़ ने शहर में हंगामा किया और पुलिस की कई गाड़ियों में आग लगा दी।
इतना ही नहीं उग्र भीड़ ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर जमकर पथराव किया। साथ ही एसडीओ और डीएसपी के दफ्तर और आवास पर भी पथराव की खबर आ रही है। वहीं जिले की स्थिति को देखते हुए चुनाव आयोग ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को हटा दिया है। आज ही नए जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की तैनाती की जाएगी।
घटना की जानकारी लेने और उसकी पुष्टि के लिए फोन से अधिकारियों को संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन किसी से बात नहीं हो सकी। स्थानीय लोगों की मांग थी कि मुंगेर की पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह के खिलाफ मंगलवार की घटना को लेकर तुरंत कारवाई की जाए।
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से ठीक एक दिन पूर्व हुई उस घटना ने राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है।
नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने तो मुंगेर की एसपी को जनरल डायर की संज्ञा तक दे डाली है।
दरअसल दशहरे की रात मूर्ति विसर्जन के दौरान पुलिस और आम लोगों के बीच पहले विवाद हुआ और उसके बाद वहां जमकर हंगामा हुआ था। पुलिस को गोलियां तक चलानी पड़ी थी, जिसमे एक युवक की मौत हो गई थी और कई अन्य बुरी तरह घायल हो गए थे।