कोविड-19 का असर इस बार करवा चौथ सेलिब्रेशन पर भी नजर आ रहा है। न कोई पार्टी और न ही कोई आउटिंग। घरों में ही पूजा-पाठ के साथ करवा चौथ की तैयारियां हो रही है। कोविड के कारण इतने दिनों से लोग तनाव में हैं, परेशान हैं। निश्चित तौर पर त्योहार इस माहौल को थोड़ा खुशनुमा बनाएंगे लेकिन साथ ही यदि त्योहार पर पहनने वाले कपड़ों के रंग पर ध्यान दिया जाए तो उत्सवों में उत्साह और भी बढ़ सकता है। यही वजह है कि इस बार कलर थैरेपी पर आधार मानकर डिजाइनर करवा चौथ स्पेशल परिधान तैयार कर रहे हैं।
फैशन डिजाइनर सोनिया बड़ेरिया ने बताया कि जब भी कोई त्योहार होता है तो हम अपने घर के अंदर काफी कुछ डेकोरेट करते हैं जिससे खुशियां झलके। ठीक इसी तरह कोविड के तनाव को कम करने के लिए हम लोग करवा चौथ पर कलरफुल थीम पर काम कर हैं। जिससे खुशियां दोगुनी हो जाएं। वैसे भी पूजा वगैरह के लिए लाल और पीला रंग अच्छा माना गया है। साथ ही ये रंग प्यार व दोस्ती से भी जुड़े रहते हैं।
ऐसे में बात यदि करवा चौथ की हो तो इनसे बेहतर रंग और कुछ हो नहीं सकते। इनके साथ ही मेजेंटा, गुलाबी व गोल्डन रंगों पर भी हम ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। जहां तक फेब्रिक की बात है तो हल्की ठंड को देखते हुए वेलवेट का उपयोग किया है। साथ में सिल्क,रॉ सिल्क की भी डिमांड है। शहर के होमसाइंस कॉलेज में स्थित फैशन एंड टैक्सटाइल विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. भावना शर्मा ने बताया कि मनोविज्ञान और रंगों का सीधा संबंध होता है। अब धीरे-धीरे त्योहार शुरू हो रहे हैं। इतने दिनों से भी कोविड के कारण मानसिक तनाव में जी रहे थे। ऐसे में रंग मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। बेहतर हो कि खिले हुए रंगों का उपयोग करवा चौथ पर करें। ये रंग त्योहार की खुशियों को और बढ़ा देंगे।