बिहार में आज पहले चरण का मतदान चल रहा है। मतदान केंद्रों में सुबह से वोटरों की लंबी लाइन लग रही है। वोटिंग को लेकर लोगों में इतना उत्साह है कि लोग कोरोना काल में चुनाव आयोग की गाइडलाइन का पालन भी नहीं कर रहे है। जिले के पांच विधानसभा क्षेत्रों में मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कोरोना काल में हो रहे पहले चुनाव के लिए प्रशासन की ओर से कई विशेष इंतजाम किए गए हैं, हालांकि कई जगह मतदाताओं की तादाद अधिक होने के कारण कोरोना गाइडलाइन का पालन सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। कई बूथ पर कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय में प्रशासनिक व मतदाता के स्तर से कई लापरवाही देखने को मिल रही हैं। कुछ बूथ पर शारीरिक दूरी के नियम का पालन कराने के लिए घेरे नहीं बनाए गए थे तो कुछ पर घेरे से अधिक मतदाता पहुंच गए। जो लोग मास्क, गमछे या अन्य किसी कपड़े से मुंह-नाक ढके बिना मतदान के लिए आए थे, उन्हें प्रवेश से लेकर मतदान में कई परेशानियों का सामना करना पड़ा।
थर्मल स्क्रीनिंग में साढ़े दस बजे तक नहीं मिला एक भी कोरोना आशंकित :
पांचों विधानसभा सीटों के सभी बूथ पर सुबह सात बजे के पहले ही आशा, ममता व एएनएम ने थर्मल स्क्रीनिंग और हैंड सैनिटाइज कराने की तैयारी कर ली थी। सुबह साढ़े दस किसी बूथ पर कोई कोरोना आशंकित नहीं मिला था।
शारीरिक दूरी नियम की उड़ी धज्जियां :
गेट पर तैनात आशा-एएनएम ग्रामीणों को बूथ परिसर में एक जगह जमा नहीं होने का आग्रह करती रहीं लेकिन इसका अनुपालन नहीं सुनिश्चित कराया जा सका। ग्रामीण एक-दूसरे से सटकर खड़े थे और आपस में चर्चा करते हुए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। कतार में कई लोग मास्क या गमछे से अपने मुंह-नाक नहीं ढंके थे।
मतदान के दौरान कोरोना से बचने को रखें इन बातों का ध्यान :
– थ्री लेयर मास्क, गमछे या चार परत के कपड़े से मुंह-नाक ढंक कर ही मतदान करने जाएं।
– यदि कतार लगी है तो कम से कम चार हाथ या दो गज की दूरी बनाए रखें।
– बूथ पर प्रवेश के पहले थर्मल स्क्रीनिंग कराने के साथ सैनिटाइजर से हाथ जरूर साफ कर लें।
– मतदान कक्ष के बाहर एक हाथ का ग्लव्स मिलेगा उसे पहनकर उसी हाथ से ईवीएम का बटन दबाएं।
– वोट डालने के बाद बायो मेडिकल वेस्ट फेंकने के लिए बनाए गए स्थल पर ही ग्लव्स फेंकें।