पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह यहां रैली के बाद हुई फायरिंग के मामले मे पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि घटना में शामिल अन्य लाेगों की तलाश की जा रही है। मुख्यमंत्री की यहां रैली के बाद दो गुटाें के बीच फायरिंग हो गई थी। इससे शहर मेें हड़कंप मच गया। फायरिंग में दो युवक घायल हो गए थे।
बता दें कि पटियाला में रविवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के रैली के बाद रैली स्थल से कुछ दूरी पर फायरिंग हो गई थी। बताया जाता है कि दो गुटों के बीच इस फायरिंग में करीब 10 राउंड गोलियों चलीं। पुलिस ने सोमवार को इस मामले मे एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। थाना सिविल लाइन के इंचार्ज सुखविंदर सिंह ने बताया कि आरोपित का नाम सोनू पेंटर है। उसे अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। फिलहाल वारदात में इस्तेमाल हथियार बरामद नहीं हुए हैं। घटना में घायल दोनों युवकोंं की हालत स्थिर बताई जा रही है।
बता दें कि पटियाला में विकाय कार्यों का शिलान्यास करने के बाद इस रैली का आयोजन किया गया था। फायरिंग की घटना रैली खत्म होने के करीब 15 मिनट बाद नगर निगम कार्यालय से करीब 350 मीटर दूर और पटियाला स्थित मुख्यमंत्री के आवास से करीब नेशनल इंस्टीच्यूट आफ स्पोर्टस के चौराहे के पास हुई।
रैली में शामिल होने के बाद पुरानी रंजिश के कारण भिड़े दो गुट, दस राउंड फायर किए
उस समय तक कैप्टन रैली स्थल से जा चुके थे लेकिन करीब दस राउंड फायर होने के कारण पुलिस में हड़कंप मच गया। जब तक पुलिस मौके पर पहुंची तब तक हमलावर फरार हो चुके थे। बताया गया है कि हमला करवाने वाले भी रैली में शामिल हुए थे। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को नामजद किया है। सूत्रों के अनुसार एक को गिरफ्तार भी किया गया है लेकिन पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
फायरिंग में घायल पटियाला के सीआइए स्टाफ कार्यालय के समीप रहने वाले चरणजीत सिंह को दो व रिशी कालोनी के रहने वाले रेहान की पीठ पर एक गोली लगी है। दोनों कांग्रेस पार्षद संदीप मल्होत्रा के साथ रैली में आए थे। पार्षद मल्होत्रा ने कहा कि हरविंदर जोई ग्रुप ने हमला किया है। आरोप है कि जोई ने अपने साथियों को बुलाकर फायरिंग करवाई।
घायल रेहान ने कहा कि जोई भी रैली में शामिल हुआ था, रैली के बाद उसके साथियों ने फायरिंग की। दूसरी ओर हरविंदर जोई ने आरोप को पूरी तरह नकार दिया। जोई ने कहा कि फायरिंग करने वाले उसके साथी नहीं थे। रैली से लौटते समय कुछ युवकों ने उसके साथ हाथापाई की और दो युवकों ने फायरिंग की। वह खुद अपना बचाव करते हुए वहां से भागा।
डीएसपी योगेश शर्मा ने कहा कि रैली में सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे। एनआइएस चौक के पास रैली के समय नाकाबंदी की गई थी। रैली खत्म होने पुलिस कर्मचारी वापस लौट रहे थे। इसी दौरान फायङ्क्षरग हुई। दोनों गुट रैली में थे और एक गुट ने अपने अन्य साथी बुलाकर फायङ्क्षरग करवाई। मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में दोनों गुटों में करीब पांच महीने पहले थाना अनाज मंडी इलाके में हुई एक हत्या के मामले में रंजिश होने की बात सामने आ रही है। फिलहाल थाना सिविल लाइन में हरविंदर सिंह जोई, अमर, शिबू गुरी धालीवाल, सोनू पेंटर और गोपी को नामजद करके इरादा-ए-कत्ल के आरोप में केस दर्ज किया गया है।