फिल्म अभिनेता सोनू सूद की टीम के प्रयासों से कालीननगरी उप्र के भदोही की बेटी की रीढ़ की हड्डी की सफल सर्जरी हो गई। इसके लिए फेसबुक और ट्विटर पर भदोही की बेटी के शीघ्र स्वस्थ होने और फिल्म अभिनेता सोनू सूद का आभार जताने का क्रम जारी है।
उत्तर प्रदेश के भदोही की औराई तहसील के घोसिया गांव की युवती 20 अप्रैल को बस दुर्घटना में घायल हो गई थी। उसके सिर व पैर में गंभीर चोट आई थी, जिससे उसकी रीढ़ की हड्डी को काफी नुकसान पहुंचा। वह इतनी असहाय हो गई कि बिस्तर से उठ तक नहीं सकती थी। मां का देहांत होने पर पिता ने दूसरी शादी कर ली और खाना देना बंद कर दिया। चार माह से वह इसी असहाय अवस्था में थी कि किसी की मदद से उसका वीडियो ट्विटर के जरिए फिल्म अभिनेता सोनू सूद तक पहुंचा। पीड़िता की स्थिति देख कर उनका दिल पसीज उठा।
सोनू सूद ने किया स्वस्थ करने का वादा
सोनू ने भरोसा दिलाया कि उसे स्वस्थ करने का वह वादा करते हैं। इसी के साथ उनकी टीम ने पीड़िता से संपर्क साधा। बीते शुक्रवार को ही वह करनाल आ गई थी और सभी प्रकार की आवश्यक चिकित्सीय जांच के बाद रविवार दशहरा के दिन सर्जरी हुई। विर्क अस्पताल के डायरेक्टर डा. बलवीर विर्क ने बताया कि न्यूरो सर्जन डा. अश्वनी कुमार सहित उनकी टीम ने सर्जरी की। डा. विर्क ने बताया कि एक-दो दिन में स्थिति सुधरने पर उसे धीरे-धीरे चलाने का प्रयास किया जाएगा।
यह है उसकी दास्तां
भदोही निवासी युवती के पिता कालीन सप्लाई करते थे। उनका रवैया शुरू से अच्छा नहीं था। हादसे के बाद उन्होंने साथ देना बिलकुल बंद कर दिया। जब वह 12 वर्ष की थी तभी मां का साया सिर से उठ गया। एक वर्ष बाद ही पिता ने दूसरी शादी कर ली। तभी से वह संघर्षरत है। आठवीं कक्षा तक पढ़ाई के बाद नई दिल्ली के एक ब्यूटी पार्लर में काम करती थी। चार माह से असहाय हाल में बिस्तर पर थी। एक दिन किसी परिचित ने वीडियो में प्रतिभा की अपील ट्विटर पर पोस्ट कर दी। आश्वासन मिले लेकिन हकीकत में कुछ नहीं हुआ। आखिरकार फरिश्ते की भूमिका में सोनू सूद ने प्रतिभा को इलाज का भरोसा दिलाया।
मुस्लिम से बनी हिंदू
युवती के पिता ने उसका शारीरिक शोषण भी करना चाहा था लिहाजा वह घर से भाग गई और हरिद्वार जाकर हिंदू धर्म अपना लिया था। इसके साथ ही उसने अपना हिंदू नाम भी रख लिया था। वहीं आरोपित पिता के खिलाफ पुलिस कार्रवाई भी कर रही है। जागरण ने भी पीड़िता के लिए मुहिम छेड़ा और उसकी आवाज को हर मंच पर बुलंद किया।