इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन के 44वें मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के सामने उतरेगी। रविवार को खेले जाने वाले आज दिन के पहले मुकाबले में कोहली की सेना ग्रीन जर्सी पहनकर खेलने उतरेगी। इस जर्सी को बैंगलोर की टीम खास मकसद से पहनती है। कमाल की बात यह है कि टीम को इस जर्सी में ज्यादातर हार मिली है लेकिन जब भी जीत हासिल की तो फाइनल जरूर खेला है।
चेन्नई की टीम आज के मुकाबलें खोए सम्मान के बनाए रखने की कोशिश में बैंगलोर की टीम के खिलाफ खेलने उतरेगी। वहीं बैंगलोर की टीम के खास मुहिम लेकर मैदान पर उतरने वाली है। विराट कोहली की टीम हरे रंग की जर्सी पहनकर आज के मैच में खेलेगी। हर साल के ‘गो ग्रीन इनिशिएटिव’ (Go Green Initiative) के तहत एक मैच में टीम की जर्सी का रंग ग्रीन होता है।
हरी जर्सी में बैंगलोर का रिकॉर्ड बेहद खराब
साल 2011 से अब तक हर साल बैंगलोर की टीम हरे रंग की जर्सी में एक मैच जरूर खेलती है। इस जर्सी में टीम के रिकॉर्ड की बात करें तो उसने 9 मुकाबले खेले हैं जिसमें 6 में हार मिली है। महज दो में ही टीम को जीत मिली है एक मैच बेनीजा रहा है। साल 2011 में जीत के बाद 2012, 2013, 2014 में लगातार तीन हार के बाद 2016 में जीत हासिल की थी। वहीं पिछले तीन साल 2017, 2018 और 2019 में टीम ग्रीन जर्सी में हारी है।
दो बार मिली जीत और खेला फाइनल
बैंगलोर की टीम ने साल 2011 और 2016 में ग्रीन जर्सी में जीत मिली थी। कमाल की बात यह रही की दोनों ही साल टीम ने फाइनल तक सफर तय किया। हालांकि टीम खिताब नहीं जीत पाई और उप विजेता बनकर संतोष करना पड़ा।