-सीएम 1,535 थानों में महिला हेल्प डेस्क का किया शुभारम्भ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 1,535 थानों में महिला हेल्प डेस्क का उद्घाटन किया। इन थानों में महिलाओं से संबंधित समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई की व्यवस्था होगी। तय समय सीमा के भीतर फाइनल रिपोर्ट भी लगेगी। महिला और बालिकाओं की समस्या के निदान व सुरक्षा के संबंध में अलग से महिला कांस्टेबल और कक्ष की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हेल्प डेस्क पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों से संवाद भी संवाद किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि पुलिस समाज के सम्पर्क में सबसे पहले आती है। चाहे वह सुरक्षा की दृष्टि हो, किसी प्रकार की सहायता की दृष्टि से हो या फिर समाज में किसी भी स्तर पर किसी अभियान को नेतृत्व देने की बात हो। उन्होंने काह कि दृष्टिकोण अलग अलग हो सकता है। लेकिन, समाज का पीड़ित व्यक्ति अगर सबसे पहले किसी के सम्पर्क में आता है तो वह पुलिस होती है। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति का 17 अक्टूबर से शुरू हुआ और आज सातवें दिन 1,535 थानों में महिला हेल्पलाइन का शुभारंभ होना इस कार्यक्रम को एक नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने जैसा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिस तरह बातचीत हुई है चाहे वह पुलिस अधिकारी हो या महिला स्वयंसेवी संगठन या किसी संस्था से जुड़ी पदाधिकारी, उन्होंने कुछ नयापन जरूर दिया है। एक नयापन प्रत्येक के विचार में आया है और हम सब मानते हैं कि विचार कभी मरते नहीं है वह शाश्वत है तो उस शाश्वस्ता को बनाए रखने की दृष्टि से यह संवाद बेहद महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महत्वपूर्ण अभियान को इसी कड़ी के रूप में आज हम लोग ने प्रारंभ किया है। उन्होंने कहा कि पिछले एक सप्ताह के रूप में व्यापक परिवर्तन देखने को मिला है। जैसी दृष्टि होती है, वैसी सृष्टि भी दिखने लगती है। जब समाज में वैक्यूम होगा एक शून्यता होगी तो शून्यता को भरने के लिए अगर सकारात्मक या सृजनात्मक शक्ति आगे नहीं आएंगी तो नकारात्मक और विध्वंसात्मक शक्ति उसको भरपाई करने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि हम लोग नवरात्रि में शक्ति की अधिष्ठात्री देवी मां भगवती देवी की पूजा अनुष्ठान इसलिए करते हैं, कि रचनात्मक शक्तियों के माध्यम से सकारात्मक ऊर्जा का संचार समाज में कर सके और शक्ति का संचार करने के क्रम में अनुष्ठान, पूजा और अन्य विभिन्न प्रकार के रचनात्मक कार्यक्रम चलते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले सात दिनों के अंदर मैंने देखा कि जो लोग तिल को ताड़ बना करके समाज को, देश को, नारी गरिमा को किसी ना किसी रूप में अपमानित करने का कार्य करते हैं, वे स्वयं कठघरे में खड़े होते दिखाई दे रहे हैं और पिछले एक सप्ताह के अंदर अनेक प्रकार की रचनात्मक और सृजनात्मक सोच समाज के अलग-अलग तबके के अंदर हमें देखने को मिली है। लोगों ने एक नई दृष्टि देनी प्रारंभ की है। पिछले छह-सात महीने से न्यायालयों में जो कार्य की गति बहुत बंद हो चुकी थी आज देखने को मिला है कि अनेक जनपदों में महिला संबंधी अपराध, बालिका संबंधी अपराधों में प्रभावी पैरवी की बदौलत मृत्यु दंड, आजीवन कारावास आदि न्यायालय से करवाया गया है। प्रॉसीक्यूशन को भी तेज करते हुए सभ्य समाज के लिए खतरा बने लोगों के लिए न्यायालय में कानून के माध्यम से जो सजा दिलाने का कार्य किया गया है।