उत्तर प्रदेश के राजकीय माध्यमिक स्कूलों में एलटी ग्रेड के नए चयनित 3,317 शिक्षकों को शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नियुक्ति पत्र वितरित किया। कार्यक्रम सीएम योगी ने पांच शिक्षकों को प्रतीकात्मक रूप से नियुक्ति पत्र दिया, जबकि बाकी सभी शिक्षकों को ऑनलाइन नियुक्ति पत्र जारी किया गया। यह पहला मौका है जब शिक्षकों को ऑनलाइन नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। उन्हें मेरिट और दिए गए विकल्प के आधार पर स्कूल आवंटित किया गया है। दिव्यांगों को वरीयता दी गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि हमारी सरकार ने पिछले साढ़े तीन वर्षों में तीन लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है। इन भर्तियों में प्रक्रिया में कोई अंगुली नहीं उठा सकता है। सभी निक्तियों में पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता का ध्यान रखा गया है। यही हमारी पूंजी है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हमने तकनीक को बहुत नजदीक से जाना है। आनलाइन व्यवस्था का लाभ गरीबों को सीधे पहुंचाया जा रहा है। आनलाइन शिक्षा हो या गरीबों और बुजुर्गों तक लाभ पहुंचाने का कार्य हो, एक क्लिक में उनके खाते में राहत राशि पहुंचाई गई है। अब चयन प्रक्रिया में भी इसका लाभ पूरी पारदर्शिता के साथ मिल रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षक समाज का मार्ग दर्शक होता है। आज चयनित सभी युवाओं को इसे सिद्ध करना होगा। एक शिक्षक चाहे तो समाज की व्यवस्था में परिवर्तन ला सकता है। उन्होंने कहा कि आज आपरेशन कायाकल्प योजना के तहत स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं दी जा रही हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित सहायक अध्यापक के पद पर चयनित अभ्यर्थियों से 28 सितंबर से आठ अक्टूबर तक ऑनलाइन विकल्प वेबसाइट seceduonlineposting.up.gov.in के माध्यम से मांगे गए थे। दिव्यांग श्रेणी में चयनित अभ्यर्थियों, ऐसी महिला अभ्यर्थी जिनका बच्चा 40 फीसद दिव्यांग है, ऐसे अभ्यर्थी जिनके पति या पत्नी सेना में हैं, विधुर व विधवा जिन्होंने दूसरा विवाह नहीं किया है और एकल अभिभावक को स्कूल आवंटन में वरीयता दी गई है।