क्रॉस फायरिंग में बड़ी संख्या में पाक सेना के जवानों की मौत
नई दिल्ली। कराची में मंगलवार की देर शाम सिंध पुलिस ने पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के खिलाफ विद्रोह कर दिया। पाकिस्तानी सेना की फायरिंग में सिंध पुलिस के 10 पुलिस अधिकारी मारे गए। पाकिस्तान सेना और सिंध पुलिस के बीच क्रॉस फायरिंग में बड़ी संख्या में पाकिस्तान सेना के जवानों की भी मौत होने की खबर है। सेना के सिंध पुलिस पर गोलियां चलाने के बाद कराची में उग्र भीड़ ने पाकिस्तान सेना प्रमुख के भाई के शॉपिंग मॉल में आग लगा दी और लूटपाट की। पाक सेना ने पाक मीडिया पर नियंत्रण कर लिया है। पाकिस्तान सेना की समीक्षा के बिना कोई भी खबर प्रसारित नहीं की जा सकती। पाकिस्तानी रेंजर्स को पूरे सिंध में हाई अलर्ट कर दिया गया है। पाकिस्तान में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में सिंध पुलिस ने बगावत कर दी है। कराची की सड़कों पर आर्मी और सिंध पुलिस में गोलाबारी चल रही है। कराची प्रदर्शन में उपजे हालात के बाद सुरक्षा बलों को बांट दिया गया है। आर्मी रेंजर्स सिंध पुलिस के अफसरों को अरेस्ट करना चाहते थे। इसी वजह से आधी रात तक भारी बवाल मचा हुआ है। पाकिस्तानी सेना की फायरिंग में सिंध पुलिस के 10 पुलिस अधिकारी मारे गए हैं। पाक सेना और सिंध पुलिस के बीच क्रॉस फायरिंग में बड़ी संख्या में पाक सेना के जवानों की भी मौत होने की खबर है।
दरअसल यह मामला तब भड़का जब विपक्षी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) की उपाध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पुत्री मरियम नवाज़ ने रविवार को कराची में सरकार के खिलाफ एक बड़ी रैली को संबोधित किया था। 16 अक्टूबर को हुई इस रैली में मरियम ने सार्वजनिक रूप से प्रधानमंत्री इमरान खान को कायर, मनोनीत और कठपुतली कहा था। इस रैली का आयोजन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट की ओर से किया गया था। उन्होंने सोमवार को आरोप लगाया कि रविवार की रात में कराची में उनके होटल के कमरे का दरवाजा तोड़कर उनके पति कैप्टन (सेवानिवृत्त) मुहम्मद सफदर को गिरफ्तार करके मंगलवार को जेल भेज दिया गया। पाकिस्तान सरकार विरोधी रैली करने पर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की उपाध्यक्ष मरियम नवाज और पार्टी के दो हजार से अधिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसी के विरोध में मंगलवार की देर शाम आम जनता भी सड़क पर उतर आई और कई जगह आगजनी और तोड़फोड़ की। हालांकि इस बीच पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने बयान जारी किया है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने आनन-फानन में नवाज शरीफ के दामाद कैप्टन सफदर की गिरफ्तारी की जांच के आदेश दे दिए हैं।
होटल में 18/19 अक्टूबर की रात को हुई घटना ने सिंध पुलिस के सभी रैंकों के भीतर भारी नाराज़गी और आक्रोश पैदा कर दिया। नतीजतन आईजी सिंध ने छुट्टी पर जाने का फैसला किया और बाद में सभी रैंकों ने फैसला किया कि वे सिंध पुलिस के साथ हुए अपमान के विरोध में छुट्टी के लिए आवेदन करेंगे। सिंध पुलिस के आक्रोश को दबाने के लिए सेना प्रमुख जनरल जावेद बाजवा ने तुरंत मामले की जांच के आदेश दिए। इसके बावजूद सभी पुलिस अधिकारी और कर्मचारी छुट्टी पर चले गए। सिंध पुलिस के शीर्ष अधिकारियों और पुलिस कर्मियों के छुट्टी पर जाने के बाद कराची में अराजकता की स्थिति पैदा हो गई और कई आभूषण दुकानों से चोरी होने और विभिन्न बैंकों में आम नागरिकों की भीड़ बढ़ने के बारे में भी खबरें हैं। इस पर पाकिस्तान सेना के प्रमुख बाजवा ने आईजी सिंध को फोन करके छुट्टियों को रद्द करने का दबाव बनाते हुए विरोध प्रदर्शन बंद करवाने की धमकी देकर कहा कि सभी अधिकारियों को वापस ड्यूटी पर आने के लिए कहें। इस बीच सिंध पुलिस का समर्थन करने और पुलिस के नेतृत्व के साथ एकजुटता दिखाने के लिए पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी और सिंध के मुख्यमंत्री आईजी हाउस पहुंचे। इसके बाद आईजी सिंध ने अपनी खुद की छुट्टी टालने का फैसला किया है और अपने अधिकारियों को जांच पूरी होने तक राष्ट्रीय हित में दस दिनों के लिए अपनी छुट्टी के आवेदन लंबित रखने का आदेश दिया है।