लाभार्थी परिवारों की संख्या बढ़कर 3.58 करोड़ और लाभार्थियों की संख्या हो जाएगी 14 करोड़
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के अन्तर्गत गोल्डन कार्ड बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि यह प्रयास किया जाए कि आयुष्मान भारत योजना के प्रत्येक पात्र परिवार को गोल्डन कार्ड प्राप्त हो जाए। उन्होंने जिलाधिकारियों को योजना के क्रियान्वयन की नियमित समीक्षा और माॅनीटरिंग के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के लिए सूचीबद्ध अस्पतालों के भुगतान में विलम्ब न हो। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) का दायरा बढ़ाने पर गम्भीरता से विचार कर रही है। इसके लिए नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट (एनएफएसए) के आधार पर आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों के चयन पर विचार किया जा रहा है। इससे प्रदेश की आधी से अधिक आबादी को आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत स्वास्थ्य बीमा कवर प्राप्त हो जाएगा।
प्रवक्ता ने कहा कि एनएफएसए को आयुष्मान भारत योजना के चयन का आधार बनाए जाने पर अन्त्योदय योजना, पात्र गृहस्थी योजना आदि के लाभार्थी भी आयुष्मान भारत योजना के पात्र लाभार्थी हो जाएंगे। इससे प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना के तहत पात्र लाभार्थी परिवारों की संख्या बढ़कर 3.58 करोड़ पहुंच जाएगी और योजना से लगभग 14 करोड़ लाभार्थी लाभ उठा सकेंगे। प्रवक्ता ने बताया कि वर्तमान में आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत लाभार्थी का चयन सामाजिक, आर्थिक, जातीय जनगणना-2011 के आधार पर किया जाता है। चयन के इस आधार पर प्रदेश के 1.18 करोड़ परिवार आयुष्मान भारत योजना के लिए पात्र हैं।