सीएम ने बलरामपुर में 300 बेडेड चिकित्सालय के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया
लखनऊ: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को देवीपाटन मण्डल के आकांक्षात्मक जनपद बलरामपुर में किंग जॉर्ज विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश लखनऊ के सेटेलाइट सेण्टर ‘अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सा परिसर’ के अन्तर्गत 300 बेडेड चिकित्सालय के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बलरामपुर की आम जनता की भावनाओं के अनुरूप किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय से इस चिकित्सालय के जुड़ जाने से चिकित्सा सुविधा के साथ ही साथ चिकित्सा शिक्षा भी मिल सकेगी। किंग जॉर्ज विश्वविद्यालय देश-दुनिया का सबसे प्रसिद्ध चिकित्सा विश्वविद्यालय है, जहां पर 4,000 बेड की क्षमता है तथा यह चिकित्सा विश्वविद्यालय लगभग 115 वर्ष पुराना है। इस चिकित्सालय के सेटेलाइट सेण्टर से जुड़ जाने से यहां पर कभी भी फैकल्टी की कमी नहीं होगी तथा यहां की आम जनता को चिकित्सा सुविधा अनवरत मिलती रहेगी। इस चिकित्सालय के निर्माण से बलरामपुर जनपद के लोगों की आवश्यकता पूरी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद इस क्षेत्र का जितना विकास होना चाहिए था, वह नहीं हुआ। यहां पर 03 वर्ष पूर्व सड़कें ठीक नहीं थीं, विकास गतिविधियां ठप थीं तथा अपराध चरम पर था, लेकिन इस समय यहां की आम जनता को सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ में भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के नाम से चिकित्सा विश्वविद्यालय बनेगा, जिससे प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज सम्बद्ध रहेंगे। उन्होंने कहा कि विगत 03 वर्षों में चिकित्सा के क्षेत्र में सरकार द्वारा उल्लेखनीय कार्य किए गए हैं। प्रदेश में जहां पहले 12 मेडिकल कॉलेज थे, 03 वर्षों में 29 नए मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 02 एम्स भी बनाए जा रहे हैं, जिसमें एक गोरखपुर में तथा एक रायबरेली में बन रहा है। मुख्यमंत्री ने भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मभूमि तथा भारतरत्न नानाजी देशमुख की साधना स्थली बलरामपुर होने का जिक्र करते हुए कहा कि इस जनपद के इन दोनों महापुरुषों को भारतरत्न का सम्मान मिला। उन्होंने बलरामपुर के महाराजा के रचनात्मक कार्यों का भी उल्लेख किया।
केजीएमसी से जुड़ जाने से चिकित्सा के साथ ही शिक्षा भी मिलेगी
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की 24 करोड़ की जनता का अभिनन्दन किया कि कोविड-19 जैसी महामारी के संक्रमण व मृत्यु दर रोकने में उनका अपूर्व योगदान प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 से लड़ाई में भारत विश्व का नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि जब तक कोरोना महामारी की वैक्सीन नहीं आ जाती और संक्रमण पूरी तरह समाप्त नहीं हो जाता, तब तक सभी लोग पूरी सावधानी बरतें तथा ‘02 गज की दूरी, मास्क जरूरी’ के नियम का पूरी तरह पालन करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवीपाटन मण्डल के जनपदों में पहले मेडिकल कॉलेज नहीं थे। गत वर्ष से जनपद बहराइच के मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा शिक्षा शुरु हो गई है। गोण्डा में चिकित्सा महाविद्यालय खोला जा रहा है तथा बलरामपुर के इस मेडिकल कॉलेज को लेकर अब देवीपाटन मण्डल में तीन-तीन मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के नौजवानों को नौकरी देने के लिए दृढ़संकल्पित है। अब तक 03 लाख से अधिक नौजवानों को नौकरी दी गई है और प्रदेश सरकार का प्रयास है कि हर प्रकार की बाधाओं को दूर करते हुए नौजवानों को नौकरी दी जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के अनुरूप योजनाएं जन-जन तक पहुंचा रही है। मण्डल के थारू जनजाति बाहुल्य क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का लाभ लोगों को दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, ऋण माफी तथा अन्य कल्याणकारी योजनाओं से किसानों को लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बलरामपुर चीनी मिल के द्वारा समय से गन्ना मूल्य का भुगतान होने के कारण किसानों के जीवन में खुशहाली आयी है। समारोह को सम्बोधित करते हुए अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे ने बताया कि यह सेटेलाइट सेण्टर प्रदेश का पहला सेण्टर है, जो लगभग 50 एकड़ में बनेगा और सभी चिकित्सा सुविधाओं से सम्पन्न होगा। इसका नाम भारतरत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया है। उन्होंने बताया कि यह चिकित्सालय आगामी मार्च, 2022 तक पूर्ण हो जाएगा। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।