16 अक्टूबर को अधिकमास अमावस्या है। इस दिन पुरूषोत्तम मास ख़त्म हो जाएगा तथा फिर अगले दिन आश्विन शुक्ल की प्रतिपदा से शारदीय नवरात्रि आरम्भ हो जाएगी। अधिकमास 18 सितंबर से आरम्भ हुआ था। अधिक मास का माह 3 वर्ष में एक बार आता है। जिसकी वजह से यह अमावस्या बेहद ही विशेष है। अमावस्या पर कुछ कामों को नहीं करना चाहिए। दरअसल, इस दिन इन कामों को अशुभ माना जाता है। आइए जानते हैं अधिकमास की अमावस्या पर कौन से कार्य नहीं करने चाहिए।
1. अमावस्या पर भूत-प्रेत, पितृ, पिशाच, निशाचर जीव-जंतु तथा दैत्य अधिक सक्रिय रहते हैं। इसके कारण हमारे चारो तरफ नेगेटिव शक्तियां एक्टिव हो जाती है इसलिए अमावस्या की रात को किसी सुनसान स्थान पर जाने से बचना चाहिए, विशेष रूप से श्मशान की ओर तो कभी भूलकर भी नहीं जाना चाहिए।
2. अमावस्या पर घर में विवाद से बचना चाहिए। यदि आप घर में अमावस्या पर परिवार के मेंबर्स से झगड़ा करते हैं तो इस दिन पितरों की कृपा नहीं मिलती है इसलिए इस दिन घर में शांति का वातावरण बनाए रखना चाहिए।
3. अमावस्या पर पति-पत्नी के मध्य शारीरिक रिश्ता नहीं बनना चाहिए। गरुण पुराण के मुताबिक, अमावस्या पर रिश्ता बनाने से पैदा होने वाली संतान जीवन में कभी भी सुखी नहीं रह पाती है।
4. आपकी आदत प्रतिदिन प्रातः देर से उठने की है तो अमावस्या के दिन ऐसा न करें। इस दिन प्रातः जल्दी उठना चाहिए तथा स्नान करने के पश्चात् सूर्य भगवान को जल चढ़ाएं।
5. अमावस्या पर तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए, साथ-साथ इस दिन किसी भी तरह का नशा भी नहीं करना चाहिए।