जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। अस्पताल अधीक्षक के निर्देश के बाद भी यहां कोरोना से बचाव के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। आउटडोर की हालत सबसे अधिक बुरी है। यहां आने वाले ज्यादातर मरीज न तो मास्क लगा रहे हैं और न ही शारीरिक दूरी का पालन कर रहे हैं। ऐसे में अगर इलाज कराने आने वाला एक भी मरीज संक्रमित हुआ तो कोराना के प्रसार का खतरा बढ़ जाएगा।
पांच माह बाद खुला अस्पताल
पांच माह बाद अस्पताल का आउटडोर खोला गया। अस्पताल अधीक्षक ने निर्देश दिया था कि अगर कोई मरीज बिना मास्क का आए तो उसे प्रवेश नहीं करने देना है। साथ ही थर्मल स्कैनिंग के बाद ही उनका रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। पर कर्मचारियों ने उनके दोनों आदेश की धज्जियां उड़ा दी।
वर्तमान में पांच सौ से छह सौ मरीज इलाज करवाने जेएलएनएमसीएच आ रहे हैं। बिना मास्क लगाए आने वाले मरीजों को रोकने-टोकने वाला कोई नहीं है। स्वास्थ्य प्रबंधक भी समझाते थक गए पर मरीजों पर कोई असर नहीं पड़ा। सुरक्षा गार्ड भी लापरवाह हो गए हैं। वे थर्मल स्कैनिंग भी नहीं कर रहे। पिछले दो दिनों में थर्मल स्कैनिंग से जांच करने पर सात मरीजों के शरीर का तापमान 99 डिग्री मिला था। उन्हें फ्लू कार्नर कोरोना जांच के लिए भेज दिया गया।
बिना मास्क लगाए आने वाले मरीजों का क्यों इलाज किया जा रहा है। इस बात का ध्यान नहीं रखने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी।