अनलॉक के पांचवें चरण में पर्यटन के लिए छूट का दायरा बढ़ाए जाने से पहाड़ फिर पर्यटकों की आमद से चहचहाने लगे हैं। पिछले दो सप्ताह में पहाड़ की तरफ सैलानियों का रुझान बढ़ा है। इससे होटल कारोबार में भी 30 फीसद का उछाल आया है। पर्यटन को मिली गति से दून और मसूरी के होटल व्यवसायियों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है। बेहतर भविष्य को लेकर आशान्वित होटल व्यवसायियों को पूरी उम्मीद है कि दशहरा और दीपावली पर कारोबार और बढ़ेगा। आपको बता दें कि मसूरी और ऋषिकेश पर्यटकों की पसंदीदा जगह बनी हुई है। यहां का सैलानी बड़ी संख्या में रुख कर रहे हैं।
देहरादून और मसूरी में तकरीबन 800 छोटे-बड़े होटल हैं। सामान्य दिनों में यहां सालभर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। इससे होटल के क्षेत्र में ही रोजाना 30 लाख रुपये के आसपास कारोबार होता था। लेकिन, इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते परिस्थितयां विपरीत रहीं। सितंबर तक कारोबार पिछले साल के मुकाबले 10 फीसद भी नहीं रहा। हालांकि, अब अनलॉक 5.0 में मिली छूट के बाद प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। होटल व्यवसायी भी इसी का इंतजार कर रहे थे।
दून वैली हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के सचिव पंकज गुप्ता बताते हैं कि देहरादून के मुकाबले मसूरी और ऋषिकेश ज्यादा सैलानी पहुंच रहे हैं। सितंबर के अंत तक होटलों में जहां रोजाना बामुश्किल एक से दो कमरे बुक हो रहे थे। वहीं, पिछले दो हफ्तों में यह आंकड़ा बढ़कर 25 से 30 कमरों तक पहुंच गया है। सप्ताहंत पर दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा और पंजाब से भारी संख्या में युवा पर्यटक उत्तराखंड पहुंच रहे हैं।
पंकज गुप्ता ने बताया कि मौजूदा समय में प्री बुकिंग की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। इसकी वजह यह है कि परिवार के साथ घूमने आने वाले या बड़ी कंपनियों की मीटिंग के लिए दून-मसूरी पहुंचने वाले लोग अब भी यात्रा करने से बच रहे हैं। बाकी का 70 फीसद व्यवसाय तभी रिकवर होगा, जब ये लोग भी यात्रा शुरू करेंगे।
बंगाली पर्यटकों का इंतजार
पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के दौरान तकरीबन दो सप्ताह की छुट्टी रहती है। इस छुट्टी का लुत्फ उठाने के लिए हर वर्ष इस सीजन में पश्चिम बंगाल से बड़ी संख्या में लोग दून, मसूरी, ऋषिकेश और हरिद्वार पहुंचते हैं। होटल व्यवसायी भी इन पर्यटकों का बेसब्री से इंतजार करते हैं। आगामी 22 अक्टूबर को दुर्गा पूजा की शुरुआत के साथ पश्चिम बंगाल में छुट्टियां शुरू हो जाएंगी। ऐसे में होटल व्यवसायी भी काफी आशान्वित हैं। हालांकि, मसूरी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष आरएन माथुर ने बताया कि इस बार बंगाली पर्यटकों की काफी कम बुकिंग आई हैं। उम्मीद है कि नवरात्र शुरू होने के बाद पश्चिम बंगाल से लोग पहाड़ों का रुख करें। ऐसा हुआ तो दशहरे पर होटल व्यवसाय में निश्चित रूप से 20 फीसद तक की बढ़ोत्तरी होगी। इसके बाद नवंबर में शादियों का है। यह समय भी होटल व्यवसाय के लिए बहुत महत्व रखता है।
20 फीसद होटल अब भी बंद
प्रदेश में करीब 3500 बड़े होटल, रेस्तरां और गेस्ट हाउस हैं। इनमें से 20 फीसद अब भी विभिन्न कारणों से बंद पड़े हैं। होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष सन्नी साहिनी ने बताया कि पिछले साल अक्टूबर की बात करें तो हर दिन 80 फीसद होटल पैक रहते थे। वहीं, इस वर्ष अभी सप्ताहांत पर ही ज्यादा सैलानी आ रहे हैं। अनुमान है कि अक्टूबर के अंत तक पिछले साल के मुकाबले 40 फीसद व्यवसाय हो जाएगा। अब शादियों के सीजन और दिसंबर-जनवरी में बर्फबारी के समय दो से तीन हफ्ते के बीच जो पर्यटन होता है, उसी पर नजरें टिकी हैं।