सपा और भाजपा का दलित प्रेम सिर्फ दिखावा : महेन्द्र कुमार पांडेय
-विशेष प्रतिनिधि
वाराणसी-लखनऊ। बसपा सुप्रीमों मायावती का सोशल इंजिनियरिंग अब धरातल पर दिखने लगा है। इसकी हकीकत उस वक्त देखने को मिली जब शनिवार को बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा के लखनऊ स्थित आवास पर पूर्वांचल के एक हजार से अधिक ब्राह्मणों की सदस्यता सूची सेवापुरी से चुनाव लड़ चुके महेन्द्र कुमार पांडेय ने उन्हें सौंपी। सूची में शामिल सभी ब्राह्मण सदस्य भाजपा छोड़कर बसपा का दामन थामा है। सूची में शामिल सभी ब्राह्मणों का स्वागत करते हुए श्री मिश्रा ने कहा कि एक बार फिर 2007 की तर्ज पर सोशल इंजिनियरिंग के बूते बहन मायावती को यूपी का मुख्यमंत्री बनाने के लिए समाज के लोगों ने संकल्प लिया है।
बता दें, श्री मिश्रा यूपी के ब्राह्मणों को एकजुट करने के लिए अपने लखनऊ स्थित आवास पर जिलावार ब्राह्मण सम्मेलन कर रहे है। यह उनकी 75वीं ब्राह्मण सम्मेलन थी। शनिवार को पूर्वांचल के ब्राह्मणों की बारी थी, जिसमें बड़ी संख्या में महेन्द्र कुमार पांडेय के नेतृत्व में वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली समेत कई अन्य जिलों के ब्राह्मण पहुंचे थे। महेन्द्र पांडेय सतीश मिश्रा के बेहद करीबी है और बहन मायावती के खास है। सम्मेलन में वाराणसी के पुरोहितों ने श्री मिश्रा को बाबा विश्वनाथ की प्रतिमा भी सौंपी और शंख बजाकर स्वागत किया।
सतीश मिश्रा ने कहा, प्रदेश में अपराध और अपराधियों का बोलबाला
सम्मेलन को संबोधित करते हुए सतीश मिश्रा ने प्रदेश की योगी सरकार पर जोरदार प्रहार किया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश की योगी सरकार को बसपा सुप्रीमों से सीखने की जरूरत है कि सरकार कैसे चलाई जाती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराध और अपराधियों का बोलबाला बढ़ गया है। सरकार इस पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हुई है। उन्होंने समाज के लोगों से अपील करते हुए कहा कि विधानसभा उपचुनाव में शानदार जीत दर्ज करते हुए 2022 की तैयारियों में जुटना है। क्योंकि बसपा आपकों झंडा बैनर के साथ एक बड़ा वोट बैंक भी दे रही है, बस आपकों अपने समाज के लोगों को जोड़कर जीतना है। अंत में उन्होंने सभी से जौनपुर के मल्हनी विधानसभा से उपचुनाव लड़ रहे जयप्रकाश दुबे को विजयी बनाना है।
सेवापुरी से चुनाव लड़ चुके महेन्द्र कुमार पांडेय ने कहा कि बसपा एक मात्र ऐसी पार्टी है जो सर्वसमाज के लोगो को संगठित कर के चल सकती है। दलित समाज, पिछड़ा समाज और मुस्लिम समाज का मान सम्मान बसपा की सरकार में सुरक्षित है। उनकी पार्टी में ब्राह्मणों को भी उचित स्थान मिला है। वर्ष 2007 में हम जितनी सीटें ले आये थे उससे भी ज्यादा ले आकर यूपी को फतह करेंगे। श्री पांडेय ने कहा कि सपा और भाजपा का दलित प्रेम सिर्फ दिखावा है और वो उनके वोट के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। वोट मिलते ही वे दलितों को दरकिनार कर देते हैं। भाजपा का शासन काल है और कानून व्यवस्था की क्या स्थिति है आपके सामने है।
श्री पांडेय ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार में किसान, मजदूर, बेरोजगार, महिलाएं सभी परेशान हैं। भाजपा के पास कोई नीति और कार्यक्रम नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराध चरम सीमा पर हैं। महिलाओं के साथ बलात्कार, छेड़खानी तो हो ही रही है साथ ही दिनदहाड़े हत्याएं होना आम बात हो गई है। खासकर ब्राह्मण समाज के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। उनकी आए दिन उनकी हत्याएं की जा रही है। यही वजह है कि ब्राह्मण समाज भाजपा से नाता तोड़कर बसपा से जुड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज समय की मांग है कि ब्राह्मण समाज एक बार फिर से उठ खड़ा हो। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में ब्राह्मण समाज के लोगों पर अत्याचार हो रहा है। ब्राह्मण समाज लावारिस नहीं है। प्रदेश में 15 प्रतिशत है। बसपा पूरी तरह से ब्राह्मण समाज के साथ है। सम्मेलन में पूर्व कैबिनेट मंत्री नकुल दुबे, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अनंत मिश्रा, अरुण दुबे आदि ने संबोधित किया।