राजाजीपुरम न्यू टेम्पो स्टैंड के पास स्थित झोपड़पट्टी में गुरुवार देर रात ज्ञानी यादव (90) की गला रेतकर हत्या कर दी गई। झोपड़ी में तख्त पर खून से लथपथ शव पड़ा मिला। तालकटोरा पुलिस ने करीबी पर हत्या की आशंका जताई है। मूल रूप से गौरीगंज दोषपुर निवासी ज्ञानी यादव तीन माह से राजाजीपुरम न्यू टेंपो स्टैंड के पास झोपड़पट्टी में रहता था। उसका बेटा सागर राम रुकुन्दीपुर में पत्नी और बच्चों के साथ रहता है। इंस्पेक्टर तालकटोरा धनन्जय सिंह के मुताबिक सुबह रोजाना की तरह सागर राम चाय लेकर पिता के पास आया था। वहां तख्त पर उसने पिता का खून से लथपथ शव देखा तो चीख निकल पड़ी। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस पहुंची। घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। ज्ञानी के गर्दन, चेहरे और गले पर तीन थे। धारदार हथियार से गला रेतकर उसकी हत्या की गई है। फोरेंसिक टीम और डाग़स्क्वायड ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। डागस्क्वायड 100 मीटर दूर पुलिया तक गया।
रात बेटा मिलकर निकला था झोपड़पट्टी से
पुलिस ने बताया कि ज्ञानी के बेटा रात 9 बजे उन्हें खाना देने आया था। वह नशे में धुत्त था। रात 10 बजे पिता ने मिलकर निकला था। आस पड़ोस के लोगों ने भी कोई आवाज नहीं सुनी न ही बेटे के अलावा किसी को आते देखा।
तीन अक्टूबर को गद्दे में लगा दी थी आग
पुलिस के मुताबिक सागर राम शराब का लती था। जब भी वह यंहा पर आता नशे में रहता था। गाली गलौज भी करता था। पड़ोसियों के कहना है कि तीन अक्टूबर को रामसागर ने पिता के गड्ढे में आग लगा दी थी। इसके बाद शोर मचाता हुआ फिर बाहर निकला की आग लग गई। पडोसियों ने पानी फेंककर आग पर काबू पाया।
चलफिर नहीं पाता था ज्ञानी
ज्ञानी के पैर में चर्मरोग था। चर्म रोग के कारण भीषण दर्द से वह कराहता रहता था। वह चलफिर नहीं पाता था।