मानव शरीर में विभिन्न प्रकार की हड्डियां होती हैं जो एक-दूसरे से जुड़ी होती हैं, जिन्हें हम जोड़ अथवा जॉइंट्स कहते हैं. ये जोड़ हमारे शरीर को स्टेबिलिटी प्रदान करने में सहायता करते हैं. ये हमें दौड़ने, कूदने, चलने, मुड़ने जैसी प्रक्रियाओं को करने में भी मदद करते हैं लेकिन जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, हमारे शरीर में मौजूद हड्डियां कमजोर होने लगती हैं, जोड़ ढीले पड़ने लगते हैं. जोड़ों में मौजूद लुब्रिकेटिंग फ्लुइड्स की मात्रा में कमी आने के कारण ना सिर्फ लचीलेपन में कमी आती है बल्कि ये कठोर भी होने लगते हैं जिससे चोट लगने या घुटने में दर्द रहने का ख़तरा बढ़ जाता है. जोड़ों को हमेशा मजबूत रखने के लिए ज़रूरी है कि हम शुरू से ही एहतियात बरतें.
जोड़ों को मजबूती प्रदान करने के तरीके
जोड़ों को मजबूती प्रदान करने के मुख्यतः तीन तरीके हैं- चलते रहना, सही तरीके से योगाभ्यास करना जिससे जोड़ों पर पड़ने वाला भार कम हो सके और मांशपेशियों को मजबूती प्रदान करना. इन तीन तरीकों की मदद से हम अपने अपने शरीर में स्थित जोड़ों को स्वस्थ और तंदरुस्त बना सकते हैं. आइए जानते हैं उन चार व्यायामों के बारे में जिनकी मदद से हम जॉइंट्स को मजबूती प्रदान कर सकते हैं.
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से ना सिर्फ जोड़ों के आसपास की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं बल्कि इससे जोड़ों में स्थिरता भी बनी रहती है. यह हमें जोड़ों में रहने वाले दर्द से भी बचता है. इस प्रशिक्षण को करने के दौरान पहले कम भार उठाना शुरू करें और फिर धीरे-धीरे वजन बढ़ाएं। साथ ही ये भी सुनिश्चित करना ज़रूरी है कि मांसपेशियों में खिंचाव से बचने के लिए हमारा प्रशिक्षण सही दिशा में चल रहा है या नहीं
स्पोर्ट्स आजमाएं
साइकिलिंग और स्विमिंग की मदद से हम अपने शरीर को स्वस्थ और जोड़ों को मजबूत बना सकते हैं. टेनिस और बास्केटबॉल खेलने से मांसपेशियों को मजबूती मिलती है. इन व्यायामों को करते रहने से जोड़ों को लाभ मिलता है और हमारे शरीर के लिए फायदेमंद साबित होता है.
स्ट्रेचिंग
स्ट्रेचिंग हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इस एक्सरसाइज से हमारे शरीर में लचीलापन बना रहता है और शरीर के जोड़ों में गति भी बराबर बनी रहती है. अगर हमारे शरीर के दोनों तरफ लचीलापन बराबर रहता है तो चोट लगने की सभावनाएं बहुत कम हो जाती है. इस एक्सरसाइज को करने से पहले कुछ देर तक वार्मअप करना चाहिए और हमेशा वर्कआउट के बाद करना चाहिए.
कार्डियो एक्सरसाइज
ज्यादातर लोग वर्कआउट के बाद कार्डियो एक्सरसाइज करना पसंद करते हैं. इस एक्सरसाइज को करते रहना बहुत फायदेमंद माना जाता है. साथ ही ये वजन घटाने में बहुत मददगार माना जाता है. इससे ना सिर्फ ब्लड प्रेशर संतुलित रहता है बल्कि कोलेस्ट्रॉल के स्तर में भी कमी आती है. इस एक्सरसाइज को करने से हम फिट रहते हैं और दिनभर के कामकाज के बाद भी एनर्जी बनी रहती है. खाली पेट कार्डियो एक्सरसाइज करना शरीर के लिए फायदेमंद माना जाता है लेकिन ये पूरी तरह आपके फिटनेस पर निर्भर करता है.