देहरादून वन प्रभाग की झाझरा रेंज की अटकफार्म बीट के कक्ष संख्या 12 डूंगा जंगल से खैर के पंद्रह पेड़ों को काटने के आरोप में वन टीम ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
बता दें कि झाझरा रेंज के जंगल से 30 सितंबर की रात में कक्ष संख्या 12 डूंगा के जंगल से तस्कर खैर के 15 पेड़ काटकर ले गए थे। तस्करों ने पेड़ की लकड़ी को वाहन में भरकर सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचा दी, जिसके बाद रेंज टीम को खैर के पेड़ काटे जाने की जानकारी मिली। टीम ने हिमाचल के पांवटा साहिब, यमुनानगर हरियाणा, चंडीगढ़ के मोहाली, अंबाला क्षेत्र में आरामशीनों पर छापेमारी कर पंजाब के राजपुरा क्षेत्र में सुरेंद्र नामक व्यक्ति की आरामशीन से खैर की लकड़ी को बरामद किया था। मुखबिर की सूचना पर हरियाणा राज्य के चिचरोली क्षेत्र के नगली गांव से रेंजर विनोद चौहान ने तीन आरोपितों इस्लाम, सालीम, राजूल निवासी ग्राम नगली हरियाणा को गिरफ्तार किया है। जबकि बाकी आरोपित भाग निकले। रेंजर के अनुसार तीनों आरोपितों को भारतीय वन अधिनियम के मामले में जेल भेज दिया गया है।
चीनी मिल से बैरिंग बुश चोरी, दो सुरक्षाकर्मी निलंबित
डोईवाला चीनी मिल से करीब 90 किलो का पीतल का बैरिंग बुश चोरी हो गया। घटना रविवार रात्रि की बताई जा रही है। चीफ इंजीनियर राकेश कुमार शर्मा ने इस मामले में पुलिस को तहरीर दी है। वहीं, मिल प्रबंधन ने दो सुरक्षा कर्मियों को लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया है।
डोईवाला चीनी मिल के मुख्य अभियंता राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि बैरिंग बुश मिल हाउस परिसर में रखा था। यह बैरिंग बुश मिल के रोलर में लगता है। इसकी कीमत लगभग 60 हजार रुपये है। मुख्य गेट व फैक्ट्री परिसर में लगे सीसीटीवी में भी बैरिंग बुश चोरी कर मिल गेट के बाहर ले जाते हुए किसी की फुटेज नजर नहीं आ रही है। वहीं शर्मा ने बताया कि इस मामले में प्रथम दृष्टया सुरक्षा ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने पर दो कर्मचारियों गिडियल मसीह व विजय को निलंबित किया गया है।
मामले में कोतवाली निरीक्षक सूर्य भूषण नेगी ने कहा कि चीनी मिल प्रशासन ने बैरिंग बुश चोरी होने की तहरीर दी है। आशंका है कि किसी कर्मचारी ने ही बैरिंग बुश को मिल परिसर में कहीं छुपाकर रखा गया है।