बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन में सहयोगी पार्टियों के साथ सीटों का बंटवारा हो चुका है. प्रथम चरण की सीटों के लिए राजद ने अपने उम्मीदवारों को नामांकन की हरी झंडी दे दी है. राजद संसदीय बोर्ड की बैठक में लगभग 27 सीटों के उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगी है, जिनमें पार्टी नेताओं के बेटे-बेटियां और पत्नियों को खास तरजीह दी गई है.
यही नहीं राजद ने अपने परंपरागत यादव समुदाय का भी ध्यान रखा है, जिसके तहत अच्छे खासे यादव समुदाय के नेताओं को टिकट दिए गए हैं. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह को रामगढ़, पूर्व केंद्रीय मंत्री जय प्रकाश यादव की बेटी दिव्या प्रकाश को तारापुर सीट से और भाई विजय प्रकाश को जमुई से चुनावी मैदान में उतारा गया है. ऐसे ही पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी के पुत्र राहुल तिवारी को शाहपुर और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह के बेटे ऋषि सिंह को ओबरा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है.
वहीं, पूर्व MLA राजबल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी को नवीनगर और अरुण यादव की पत्नी किरण देवी को संदेश विधानसभा सीट से टिकट दी गई है. . आरजेडी ने अभी तक जिन 27 प्रत्याशियों को टिकट दिया है, उनमें अच्छे खासे यादव उम्मीदवार हैं. पहले लिस्ट में राजद ने लगभग दस यादव प्रत्याशी उतारे हैं, जिसके कारण तेजस्वी यादव पर सवाल खड़े होना लाजमी है. दरअसल, बीते कुछ समय से तेजस्वी यादव लगातार यह कहते आ रहे हैं कि राजद अब सिर्फ मुस्लिम और यादवों की पार्टी नहीं बल्कि A-Z की पार्टी है.