टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज (Tokyo Stock Exchange) की ट्रेडिंग प्रणाली (Trading System) में एक महत्वपूर्ण हार्डवेयर डेटा डिवाइस में खराबी पाई गई. जिसके कारण एक्सचेंज को पूरे दिन के लिए बंद करना पड़ा. गुरुवार की सुबह 7:04 मिनट पर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इक्विटी मार्केट (Equity Market) को इस समस्या का सामना करना पड़ा. ऐसे में गुरुवार को 6 ट्रिलियन डॉलर की इस इक्विटी मार्केट को सुबह खोलने के लिए एक घंटे का भी समय नहीं बचा था. वहीं, एक्सचेंज के सभी अधिकारी भी इस समस्या के आगे पस्त नजर आए.
1999 में आया था इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग सिस्टम
बता दें कि 1999 में ट्रेडिंग प्रणाली को पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग सिस्टम में बदलने के बाद से यह पहली बार है, जब टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज को पूरे दिन के लिए बंद करना पड़ा. इस कारण बाजार के प्रतिभागियों और अधिकारियों ने इसकी आलोचना की. वित्त मंत्री तारो एसो (Taro Aso) ने कहा, ‘एक्सचेंज बाजार के बुनियादी ढांचे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह अस्वीकार्य है कि इस समस्या के चलते व्यापारिक अवसरों से इनकार कर दिया गया.’ उन्होंने कहा कि मशीनी कलपुर्जों में ऐसी समस्याएं स्वाभाविक है लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि किसी भी संभावनाओं से इनकार किया जाए.
2010 में लॉन्च हुआ था एरोहेड सिस्टम
बता दें कि टोक्यो एक्सचेंज के इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग सिस्टम को ऐरोहेड (Arrowhead system) कहा जाता है जिसे साल 2010 में बड़ी गर्मजोशी के साथ लॉन्च किया गया था. एक्सचेंज के अनुसार, ऑर्डर खरीदने और बेचने के इस सिस्टम में 350 सर्वरों की प्रक्रिया में कुछ कमी आई थी लेकिन पहले दशक में ऐसी कोई खराबी नहीं पाई गई थी. लेकिन बीते गुरुवार नबंर वन शेयर डिस्क हार्डवेयर डिवाइस में खराबी की वजह से यह समस्या उत्पन्न हुई है. इसमें मेमोरी एरर की समस्या बताई जा रही है. इन डिवाइस में सभी सर्वरों का डेटा स्टोर किया जाता है. वहीं, नंबर एक डिवाइस के खराब होने से नंबर 2 डिवाइस ने भी स्वत: काम करना बंद कर दिया था.
डेटा का नष्ट या गायब होना
बता दें कि जब एक्सचेंज के सभी अधिकारी अपनी डेस्क पर बैठे तो उन्हें डेटा संबंधी समस्याएं देखने को मिलीं. लेकिन इनमें से कुछ अधिकारियों ने डेटा के गायब होने की भी बात कही. उन्हें इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि उनके सिस्टम पर आने वाली जानकारी सही थी या गलत. वहीं, सुबह 8:05 मिनट पर ट्विटर के जरिए एक्सचेंज अधिकारियों ने ऑफिशियल कम्युनिकेशन चैनल से संपर्क किया.
सुबह 8:36 बजे, विदेशी मुद्रा बाजार ने अंतत: प्रतिभूतियों फर्मों को सूचित किया कि ट्रेडिंग रोकी जा रही है. इसके तीन मिनट बाद ही सार्वजनिक तौर पर एक प्रेस रिलीज जारी की गई. लगभग 15 सालों में यह पहली बार था, जब एक्सचेंज को पूरी तरह से ट्रेडिंग आउटेज का सामना करना पड़ा.
ऐतिहासिक निर्णय
कुछ बाजार सहभागियों ने इसके बंद होने पर हंगामा किया. टोक्यो के मित्सुबिशी यूएफजे कोकुसाई एसेट मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य कोषाधिकारी कियोशी इशिगने (Kiyoshi Ishigane) ने कहा, ‘पहले भी इस तरह की समस्या को जल्द ही सुलझा लिया गया था लेकिन मैं मानता हूं कि इस बार थोड़ा विलंब हो सकता है.’ उन्होंने बताया कि साल 2012 में ऐरोहेड सिस्टम में थोड़ी खराबी देखी गई थी जिसे जल्दी ही ठीक कर दिया गया था. इसलिए उम्मीद है कि पिछली बार की तरह इस बार भी इसमें तेजी दिखाई जाएगी.
तकनीकी चर्चा
स्थानीय समयानुसार शाम 4:30 बजे, मुख्य कार्यकारी अधिकारी कोइचिरो मियहारा (Koichiro Miyahara) और मुख्य सूचना अधिकारी रयूसुके योकोयामा (Ryusuke Yokoyama) समेत चार एक्सचेंज अधिकारियों को इस समस्या को समझाने के लिए पत्रकारों का सामना करना पड़ा. 100 मिनट चली इस प्रेस ब्रीफिंग में एक्सचेंज के अधिकारियों ने समस्या पर चर्चा से पहले वहां मौजूद सभी से इसके लिए माफी भी मांगी. घटना पर मीडियाकर्मी के एक सवाल पर अधिकारियों ने कोई सफाई न देते हुए अपनी गलती स्वीकारी.
ब्रीफिंग के बाद शाम को अधिकारियों ने एक्सचेंज के शुक्रवार से खुलने का ऐलान किया और फाइनेंशियल सर्विस एजेंसी ने एक्सचेंज को इस समस्या पर एक रिपोर्ट जारी करने का आदेश दिया. स्थानीय मीडिया के अनुसार, रिपोर्ट में एक्सचेंज की सभी समस्याओं को उजागर किये जाने की उम्मीद है.