पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस ने अपने 54 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। इन सभी को जाली प्रमाणपत्र सौंपने, रिश्वत, तस्करी, नशे में संलिप्तता और सरकारी रिकार्ड की चोरी के आरोप में हटाया गया है। जांच और समिति की रिपोर्ट में सभी को उनपर लगे आरोपों का दोषी पाए जाने के बाद शुक्रवार को एयरलाइंस ने यह कार्रवाई की।13 अन्य कर्मचारियों को समर्पण और प्रतिबद्धता दर्शाने के लिए सराहना पत्र दिया गया है और सात अन्य को तय से आगे जाकर काम करने के लिए नकद अवार्ड दिया गया है।
एयरलाइंस के प्रवक्ता ने कहा कि संगठन में जवाबदेही की प्रक्रिया जारी है। 54 कर्मचारियों को उनके खिलाफ लगे विभिन्न आरोप सही पाए जाने के बाद बर्खास्त किया गया है।प्रवक्ता ने कहा कि 54 में से सात को जाली दस्तावेज, आठ को लंबे समय तक अकारण गैरहाजिर रहने, दो को उपभोक्ताओं और ठेकेदारों से रिश्वत लेने, चार को गैरकानूनी और अनैतिक काम करने, एक को शराब और नार्कोटिक्स में संलिप्त रहने के कारण बर्खास्त किया गया है। ड्यूटी पर सोने के आरोप में एक को नोटिस तो नौ अन्य को निर्देश का पालन न करने पर निम्न वेतन ग्रेड में डाल दिया गया है।
फर्जी पायलट लाइसेंस घोटाले में तीन अधिकारी बर्खास्त
इससे पहले पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआइए) के फर्जी उड़ान लाइसेंस घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए नागर विमानन प्राधिकरण (सीएए) के तीन अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। चौथे कर्मचारी ने बर्खास्तगी के खिलाफ पहले ही अदालत से आदेश प्राप्त कर लिया है। ‘डॉन’ की खबर में यह जानकारी दी गई है।
कराची में 22 मई को पीआइए का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें 97 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद ही पायलट लाइसेंस घोटाला सामने आया। जांच में पता चला कि पाकिस्तान के करीब एक तिहाई पायलटों ने परीक्षा में नकल की थी। इसके बावजूद इन्हें सीएए से लाइसेंस मिल गए।