भारत में शनिवार को कोरोना वायरस से हुई मौतों की संख्या एक लाख को पार कर गई और कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 64 लाख के पार जा पहुंचा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा इसकी जानकारी दी गई है। हालांकि, कोरोना के दैनिक मामलों में आज कुछ गिरावट देखने को मिली है।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 79,476 नए मामले रिपोर्ट किए गए हैं। वहीं, इस दौरान वायरस से होने वाली मौतों की संख्या 1,069 रही है। अब तक देश में इस वायरस से 64,73,545 लोग संक्रमित हो चुके हैं। देश में सक्रिय मामलों की संख्या 9,44,996 है।
वहीं, 54,27,707 मरीजों ने वायरस को मात दी है और इलाज के बाद अस्पताल से घर लौटे हैं। दूसरी तरफ, इस वायरस के चलते देश में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 1,00,842 हो गई है।
मृतकों की संख्या को एक लाख पार करने वाला भारत तीसरा देश बन गया है। भारत से आगे अमेरिका (2,12,000 मौतें) और ब्राजील (1,44,000 मौतें) हैं।
अगर आपको लगता है कि कोरोना की वैक्सीन आने के बाद सब कुछ एकदम से सामान्य हो जाएगा, तो शायद आपका सोचना गलत हो सकता है। प्रमुख वैज्ञानिकों ने इसे लेकर चेतावनी दी है। वैक्सीन को एक ऐसे उपाय के रूप में देखा जा रहा है, जिसके आते ही महामारी समाप्त हो जाएगी, लेकिन रॉयल सोसायटी के शोधकर्ताओं ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि टीके से क्या होगा और क्या हो सकता है, इसे लेकर हमें तार्किक और व्यावहारिक होने की जरूरत है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि टीका जब भी आए, उसे लोगों तक ले जाने में कम से कम एक साल तक का समय लग सकता है। ऐसे में आवश्यकता है कि कोरोना वायरस के कारण जिन प्रतिबंधों को लागू किया गया है, उन्हें धीरे-धीरे हटाया जाए।