महागठबंधन सीट बंटवारा: राजद की दो-टूक- छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं, कांग्रेस के तेवर हुए शिथिल

बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) को लेकर बीती रात राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की अहम बैठक वामदलों (Left Parties) और विकासशील इनसान पार्टी (VIP) के साथ राबड़ी देवी (Rabri Devi) के आवास पर हुई। इसमें कांग्रेस शामिल नहीं हुई। कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष मदन मोहन झा ने इसकी जानकारी से इनकार किया। बताया जाता है कि बैठक में महागठबंधन में विद्रोही रूख अख्तियार कर रही भारतीय कम्‍युनिस्‍ट पार्टी माले (CPI ML) की आरजेडी के साथ बात बन गई। उधर, कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह  गो‍हिल (Shakti Singh Gohil) ने तेजस्‍वी यादव (Tejashwi Yadav) के अनुभव पर सवाल उठाते हुए चेतावनी दी कि कांग्रस (Congress) हर स्थिति के लिए तैयार है। इसपर आरजेडी ने भी पलटवार किया कि अगर उसे छेड़ा जाएगा तो वह छोड़ेगा नहीं। आरजेडी व कांग्रेस में डैमेज कंट्रोल की कोशिश लगातार जारी है। इस बीच पटना में एक बैठक के बाद कांग्रेस नेताओं के तेवर नरम पड़ते दिख रहे हैं। कांग्रेस ने फासिस्ट भारतीय जनता पार्टी को हराना अपनी प्राथमिकता बताया है। आज तेजस्‍वी यादव एवं राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बीच भी हाई लेवल बातचीत हाेने वाली है। संकेत बता रहे हैं कि दोनों दलों में बात बन जाएगी। हालांकि, अगर बात नहीं बनी तो कांग्रेस कभी भी कोई बड़ा फैसला ले सकती है।

कांग्रस हर स्थिति के लिए तैयार, तेजस्‍वी पर उठाए सवाल

महागठबंधन में कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे का मामला अभी भी उलझा हुआ है। कांग्रेस अपनी शर्तों पर अड़ी है तो आरजेडी भी झुकने को तैयार नहीं है। इस बाबत बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि कांग्रेस हर परिस्थिति के लिए तैयार है। गाेहिल ने कहा है कि तेजस्‍वी यादव युवा हैं। उनमें अनुभव की कमी है, उन्‍हें कोई गुमराह कर सकता है। अगर लालू प्रसाद यादव जेल में नहीं रहते तो यह मामला सुलझ गया होता। लालू ने 2009-10 में कांग्रेस से गठबंधन ताेड़ने का नुकसान देख कर 2013 में कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था, जिसका अच्‍छा परिणाम आया था। गोहिल ने कहा कि कांग्रेस व आरजेडी के अलग-अलग लड़ने पर आरजेडी  को नुकसान उठाना पड़ेगा। अगर आरजेडी का अड़ियल रवैया जारी रहा तो कांग्रेस अपने सहयोगियों के साथ मिल कोई भी कदम उठा सकती है।

आरजेडी का कांग्रेस का पलटवार- अगर छेड़े तो छोड़ेंगे नहीं

गोहिल के इस बयान पर आरजेडी भड़क गया है। आरजेडी नेता मृत्‍युंजय तिवारी ने पलटवार करते हुए कहा है कि गोहिल को बिहार की हकीकत की जानकारी नहीं है। बिहार की 12 करोड़ जनता तेजस्‍वी यादव के साथ है। कांग्रेस अपनी हठधर्मिता छोड़ दे। अगर कांगेस हमे छेड़ेगी तो हम भी उसे नहीं छोड़ेंगे नहीं।

प्रियंका गांधी के हस्‍तक्षेप के बाद बैकफुट पर आए गोहिल

बयानों के वार-पलटवार से जब मामला उलझता दिखा तो गोहिल बैकफुट पर आ गए। शुक्रवार को वे अलग राग में दिखे। कहा कि कांग्रेस की प्राथमिकता फासिस्ट बीजेपी को हराना है। सीट शेयरिंग को लेकर गोहिल ने कहा कि इसकी बातचीत अंतिम दौर में है। बताया जाता है कि गोहिल के रूख में नरमी के पीछे मामले में प्रियंका गांधी (Priyanka gandhi) का हस्‍तक्षेप है। उनकी सलाह के अनुसार बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की जा रही है। इसपर विचार करने के लिए पटना  स्थित कांग्रेस मुख्‍यालय सदाकत आश्रम में शक्ति सिंह गोहिल समेत, मदन मोहन झा, अखिलेश सिंह, सदानन्द सिंह एवं कोकब कादरी सहित कई बड़े नेताओ की बैठक भी हुई।

पटना में कांग्रेस की बैठक, राहुल से बात करेंगे तेजस्‍वी

सदाकत आश्रम में बैठक के बाद कल की तल्‍खी भरे बयान के बाद आज कांग्रेस थोड़ी नरम पड़ी है। बताया जा रहा है कि आज शक्ति सिंह गोहिल तथा राज्‍य के अन्‍य कांगेस नेताओं की तेजस्‍वी यादव से बातचीत हो सकती है। सम्‍मानजनक समझौता हो तो गठबंधन बचाने के लिए पार्टी थोड़ा झुक भी सकती है। वैसे, इसपर अंतिम फैसला आलाकमान को करना है। इसके पहले आज तेजस्‍वी यादव व राहुल गांधी की बातचीत भी होने वाली है।

बात नहीं बनी तो कांग्रेस का बड़ा फैसला जल्‍द

विदित हो कि महागठबंधन में कांग्रेस 70 से 80 सीटों पर दावा कर रही है, लेकिन आरजेडी इतनी सीटें देने के लिए तैयार नहीं है। इस बीच डैमेज कंट्रोल की कोशिशें लगातार जारी हैं। अगर बात नहीं बनी तो कांग्रेस जल्‍द ही काेई बड़ा फैसला कर सकती है। सूत्र बता रहे हैं कि कांग्रेस अपनी प्राथकिता वाली सीटों के लिए प्रत्‍याशियों के नाम को अंतिम रूप देने में लग गई है। गुरुवार को कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय, बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदनमोहन झा, कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह, कांग्रेस के प्रभारी सचिव अजय कपूर और वीरेन्द्र राठौर ने प्राथमिकता वाली सीटों की सूची पहले से बना ली है।

देर रात की बैठक में तेजस्‍वी व दीपांकर में बन गई बात

इसके पहले गुरुवार की देर रात राबड़ी देवी के आवास पर हुई बैठक में तेजस्वी यादव और सीपीआइ एमएल प्रमुख दीपांकर भट्टाचार्य के बीच तय हो गया कि माले अब महागठबंधन के अंदर ही चुनाव लड़ेगी। मिली जानकारी के अनुसार महागठबंधन में 20 सीटों की मांग कर रही माले को 15 सीटें देने पर सहमति बनी है। यह भी तय किया गया कि माले के जनाधार वाली सीटें चिह्नित कर बताने पर सीटों की संख्या में कुछ और बढ़ोतरी भी की जा सकती है।

दूर हो गया माले के साथ चार दिनों से चल रहा गतिरोध

विदित हो कि इसके साथ आरजेडी और माले के बीच चार दिनों से जारी गतिरोध दूर हो गया है। इसके लिए गुरुवार सुबह से ही होमवर्क किया जा रहा था। दिन में दीपांकर भट्टाचार्य से आरजेडी सांसद मनोज झा और भोला यादव मिले। फिर, देर रात राबड़ी देवी के आवास पर दीपांकर भट्टाचार्य और तेजस्वी यादव में बातचीत हुई। इसके पहले माले ने महागठबंधन के पहले ही अकेले चुनाव लड़ने के लिए सीटों की घोषणा कर दी थी।

 

 

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