भारत में विगत एक दशक के दौरान ड्रग्स की उपलब्धता बढ़ गई है। यह लोगों को पहले के मुकाबले अब ज्यादा आसानी से उपलब्ध हो रहा है। देश में ड्रग्स की खेप ज्यादातर पाकिस्तान से आ रही है। हाल ही में आई ईयूरिपोर्टर की रिपोर्ट में कहा गया है कि सीमा पार नशीले पदार्थो का लेन-देन होता है और फिर घुसपैठ कराकर इसे भारत भेजा जाता है।
वहीं अमेरिकन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन के सर्वे में बताया गया है कि ड्रग्स के सेवन और आपूर्ति को रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं, लेकिन फिर भी इसे रोकने में कामयाबी नहीं मिली है। सर्वे के अनुसार, 78.10 फीसद ड्रग्स आपूर्तिकर्ताओं ने बताया है कि पहले सिर्फ वे ही ड्रग्स का सेवन करते थे, लेकिन बाद में वे इसे अपने मित्रों को भी उपलब्ध कराने लगे। इसमें से ड्रग्स का सेवन करने वाले लगभग 56.54 फीसद अब आपूर्तिकर्ता बन गए हैं। इनका कहना है कि अधिकांश खेप पाकिस्तान से घुसपैठ के जरिए आ रही है। यही नहीं, नेपाल और अफगानिस्तान के रास्ते भी ड्रग्स की आपूर्ति हो रही है। यह सर्वे रिपोर्ट जेल में बंद ड्रग्स आपूर्तिकर्ताओं से मिली जानकारी पर आधारित है।