हाथरस की 19 वर्षीय युवती की मौत के मामले में बसपा मुखिया मायावती के साथ ही कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का गुस्सा चरम पर है। 14 सितंबर को सामूहिक दुष्कर्म के बाद दरिंदों की अमानवीय प्रताडऩा के बाद युवती का मौत से संघर्ष 15 दिन तक चला। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में आज उसके निधन के बाद हाथरस में माहौल काफी तनावपूर्ण है जबकि विपक्ष ने कानून-व्यवस्था को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार को घेर लिया है।
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कहा कि हाथरस में एक दलित बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म बेहद घृणित कृत्य है। अब पीड़िता की मौत के मामले में योगी आदित्यनाथ सरकार त्वरित न्याय करने के साथ ही पीड़ित परिवार की मदद करे।
यूपी के हाथरस में गैंगरेप के बाद दलित पीड़िता की आज हुई मौत की खबर अति-दुःखद। सरकार पीड़ित परिवार की हर संभव सहायता करे व फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर अपराधियों को जल्द सजा सुनिश्चित करे, बीएसपी की यह माँग।
— Mayawati (@Mayawati) September 29, 2020
मायावती ने कहा कि दलित पीड़िता की आज मौत हुई है, अब सरकार पीड़ित परिवार की मदद करे। इसके साथ ही परिवार की सुरक्षा करने के साथ इस मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलाया जाए। जिससे कि इस केस में सभी अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हाथरस की सामूहिक दुष्कर्म एवं दरिंदगी की शिकार एक बेबस दलित बेटी ने आखिरकार दम तोड़ दिया। नम आंखों से पुष्पांजलि! आज की असंवेदनशील सत्ता से अब कोई उम्मीद नहीं बची।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और एमएलसी सुनील साजन ने कहा कि हाथरस की घटना ने उत्तर प्रदेश को देश-दुनिया के सामने शर्मसार किया है। दलित युवती के साथ 14 तारीख को गैंगरेप हुआ, उसकी जीभ काट दी गई, उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई और पुलिस ने छेडख़ानी का केस किया। यह इसलिए क्योंकि दबंग सत्तारूढ़ बिरादरी के हैं। जब दबाव बढ़ा तब सामूहिक दुष्कर्म की धाराएं बढ़ाई गईं। आज वह बेटी सबको छोड़कर चली गई। इसके जिम्मेदार कौन हैं। इसके जिम्मेदार योगी जी खुद आप हैं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मांग की है कि युवती के कातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए इस घटना की निंदा की हैं और कहा हैं कि यूपी में महिलाएं व बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं। इस युवती के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
हाथरस में हैवानियत झेलने वाली दलित बच्ची ने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। दो हफ्ते तक वह अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझती रही।
हाथरस में हैवानियत झेलने वाली दलित बच्ची ने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। दो हफ्ते तक वह अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझती रही।
हाथरस, शाहजहांपुर और गोरखपुर में एक के बाद एक रेप की घटनाओं ने राज्य को हिला दिया है। ..1/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 29, 2020
हाथरस के चंदपा कोतवाली क्षेत्र के गांव बूलगढ़ी में पीड़िता के घर के साथ ही गांव में फोर्स बढ़ा दी गई है। अब गांव में नेताओं की आमद भी बढ़ रही है। गांव में सतर्कता और बढ़ा दी गई हैं। इसके साथ ही प्रशासन के सभी बड़े अधिकारी भी इस ओर नजर जमाएं हुए हैं।