लगातार हो रही बारिश से बागमती के जलस्तर में शुक्रवार को भी वृद्धि जारी रही। कटरा के उत्तरी भाग का सड़क संपर्क प्रखंड मुख्यालय से भंग हो गया। पानी का बहाव विभिन्न क्षेत्रों में अबाध गति से शुरू हो गया। पीपा पुल से लेकर बसघट्टा बांध तक मुख्य सड़क पर तीन फीट पानी बह रहा है। बकुची और पतारी के लगभग 50 घरों में पानी प्रवेश कर गया है। अंदामा गांव टापू में तब्दील हो गया है। माधोपुर जाने के सभी मार्ग बाधित हो गए।
रबी फसल पर भी ग्रहण
नवादा से बकुची तक का मार्ग पानी में डूबा है। गंगेया हाईस्कूल के पास सड़क पर चार फीट पानी बह रहा है। कई लोग मवेशी के साथ बांध पर चले गए हैं। बाढ़ का कहर तेहवारा, बंधपुरा, पहसौल, चंगेल, नगवारा, बसघट्टा, कटरा, धनौर, सोनपुर आदि गांवों में चिंताजनक है। लोगों का कहना है कि खरीफ फसल से हाथ धोने के बाद अब रबी फसल पर भी ग्रहण लग गया है। वहीं मीनापुर में गंडक और बागमती नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। वही टेंंगराहां और पीपरा में पुल निर्माण स्थल के समीप बना डायवर्सन पानी में बह गया। उसपर बना चचरी पुल भी बह गया जिससे आवागमन बाधित हो गया है। वहीं, साग- सब्जी की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। खेतों में जमा पानी से किसानों को तेलहन- दलहन खेती में देरी होने की संभावना बढ़ गई है। किसानों में मायूसी छा गई है।