संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि वह अफगानिस्तान में वर्ष 2001 के बाद पहली बार होने जा रहे चुनाव में लोगों को सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है. साथ ही लोकतांत्रिक विकास, समृद्धि तथा स्थायी शांति कायम करने के प्रयास में देश की सरकार का समर्थन करता है.
अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन ने अफगानिस्तान के संसदीय चुनाव कराने की दिशा में हो रही प्रगति सहित उम्मीदवार के पुनरीक्षण तथा समय पर मतपत्रों की छपाई करने के लिए आवश्यक तैयारियों का स्वागत किया जो युद्धग्रस्त देश की चुनावी प्रक्रिया को सफलतापूर्वक संपन्न कराने की इच्छाशक्ति का साक्ष्य पेश करता है.
अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के विशेष प्रतिनिधि तादामीची यामामोतो ने कहा, ‘‘20 अक्तूबर को होने वाले संसदीय चुनाव की तैयारियां जारी हैं, सभी पार्टियों को समय-सीमा एवं शर्तों को पूरा करने में अपनी भूमिका अदा करनी चाहिए.’’
उन्होंने कहा, ‘‘विश्वसनीय चुनाव संपन्न कराने के लिए आवश्यक माहौल बनाने की जिम्मेदारी सरकार, चुनाव प्रबंधन इकाईयां और देश के नेताओं की हैं.’’ उन्होंने अपने बयान में कहा कि वर्ष 2001 के बाद पहली बार चुनाव कराने के अफगानिस्तान के लोगों के प्रयासों का समर्थन करने के लिए संयुक्त राष्ट्र प्रतिबद्ध है.
यामामोतो ने कहा कि यून असिस्टेंस मिशन इन अफगानिस्तान अफगान प्रतिष्ठानों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं क्योंकि वे अफगानिस्तान की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में परदर्शिता तथा विश्वास बढ़ाने के लिए सुधार लागू कर रहे हैं, जिसमें महिलाओं को मतदाता तथा उम्मीदवार बनाने के लिए प्रोत्साहित करना शामिल हैं.