नीतीश कुमार और चिराग पासवान की जंग रोजाना एक नया मोड़ लेती जा रही है. नीतीश कुमार ने केंद्रीय मंत्री और लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान की तबियत को लेकर एक बयान दिया तो पार्टी ने उनपर बड़ा आरोप जड़ डाला.
कल पटना में जेडीयू के दफ़्तर से निकलते वक्त जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मीडिया से बात करने के लिए रुके तो उनसे रामविलास पासवान की तबियत को लेकर भी सवाल पूछा गया. इस सवाल के जवाब में नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें इस बारे में ज़्यादा कुछ नहीं मालूम है. लोजपा को नीतीश कुमार का बयान काफी नागवार गुजरा और पार्टी ने उनपर संवेदनहीन होने का बड़ा आरोप लगा दिया.
बिहार विधानसभा में पार्टी के विधायक दल के नेता और पार्टी की बिहार संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष राजू तिवारी ने ट्वीट कर नीतीश कुमार पर संवेदनहीनता दिखाने का आरोप लगाया. तिवारी ने ट्वीट में लिखा- नीतीश जी बड़े नेता है और उनसे इस तरह के संवेदनहीन आचरण की उम्मीद हमें नहीं थी. देश भर के लोजपा कार्यकर्ता और समस्त बिहारी नीतीश जी की इस असंवेदनशीलता से आश्चर्य चकित और क्षुब्ध हैं. “राजू तिवारी ने एबीपी न्यूज़ से ये भी कहा कि जब प्रधानमंत्री तक को रामविलास पासवान की तबियत के बारे में पता है लेकिन नीतीश कुमार को नहीं पता है. जो आश्चर्य की बात है.
रामविलास पासवान पिछले एक महीने से दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती हैं और अभी तबियत बिगड़ने के चलते आईसीयू में हैं. उनकी ख़राब तबियत की जानकारी खुद चिराग पासवान ने एक खुले पत्र के माध्यम से दी थी जो उन्होंने लोजपा कार्यकर्ताओं को लिखी थी. चिराग ने इस खुली चिट्ठी को ट्वीट भी किया था. ऐसे में कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं कि लोजपा से राजनीतिक कटुता के कारण ही नीतीश कुमार ने ऐसा बयान दिया है.