महेंद्र सिंह धौनी, नाम तो सुना ही होगा। सुना भी क्या, उनको मंगलवार को आइपीएल 2020 में खेलते हुए भी देखा होगा। अगर आपने मैच देखा होगा तो फिर धौनी के बल्ले से निकले लगातार तीन छक्के भी देखे होंगे। इन तीन छक्कों में एक ऐसा भी छक्का था, जो स्टेडियम के पार गया था, लेकिन धौनी का एक छक्का हमेशा आइकोनिक रहेगा। वो छक्का है वर्ल्ड कप 2011 का विनिंग सिक्स, जिसे हर कोई आज भी देखना पसंद करता है।
आज हम वर्ल्ड कप 2011 के विनिंग सिक्स की बात इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि श्रीलंका के खिलाफ 2 अप्रैल 2011 को खेले गए फाइनल मैच के बाद वो गेंद गुम हो गई थी। अब इस गेंद को पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर की मदद से पा लिया गया है। इसके बाद अब वो प्रक्रिया शुरू होगी, जिसके हकदार भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी है। एमएस धौनी को मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन यानी एमसीए की ओर से एक बड़ा सम्मान मिलने वाला है।
दरअसल, जब 15 अगस्त 2020 को पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा था तो एमसीए ने ऐलान किया था कि संघ धौनी को सम्मान के तौर पर स्टेडियम में वही सीट प्रदान करेगा, जिस पर धौनी का वर्ल्ड कप 2011 का विनिंग सिक्स गिरा था। इस सीट को एमसीए ने खोज लिया है। साथ ही साथ सुनील गावस्कर ने उस शख्स को भी खोज लिया है, जिसके पास वो गेंद गिरी थी। गावस्कर के एक दोस्त ये विनिंग सिक्स वाली गेंद मिली थी।
एक अग्रेंजी अखबार के मुताबिक, मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में एमसीए पवेलियन के एल ब्लॉक में 120 नंबर की सीट को अब हर मैच के लिए एमएस धौनी के नाम से बुक रखा जाएगा। गावस्कर ने एमसीए को सूचना दी थी कि जिस शख्स ने धौनी के सिक्स वाली गेंद को पकड़ा था वो उनका दोस्त था। एमसीए एपेक्स काउंसिल के सदस्य निखिल नाइक ने बताया है कि उस सीट को अलग तरीके से पेंट किया जाएगा और उसको अलग तरह से प्रदर्शित किया जाएगा, जिससे कि धौनी की याद हमेशा जिंदा रहे।