नई दिल्ली। एक ओर कृषि विधेयक के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी संसद से लेकर सड़क तक प्रदर्शन कर सरकार को घेरने की तैयारी में है तो दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अंतरराष्ट्रीय संबंधों के मामले पर केंद्र की मोदी सरकार की नीति पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने सभी पड़ोसी देश से रिश्तों को खराब कर दिया है। देश की नीति में परस्पर संबंध सुधार की कोई गुंजाइश नहीं दिखती है। उन्होंने कहा कि पड़ोस में बिना किसी से दोस्ती के रहना खतरनाक है। वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को ट्वीट कर पड़ोसी देशों से रिश्तों में खटास को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘पड़ोसी देशों के जिस रिश्ते को कांग्रेस पार्टी ने दशकों तक बनाए रखे और पोषित किए थे, उसे आज की सरकार ने नष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि आज के समय में पड़ोस में दोस्तों के बिना रहना खतरनाक है।’
राहुल ने एक खबर भी ट्यूट के साथ शेयर की है, जिसमें बांग्लादेश और भारत के बीच रिश्तों के कमजोर होने तथा चीन-बांग्लादेश के रिश्ते मजबूत होने की बात लिखी है। इसी पर राहुल ने कहा कि बिना पड़ोसी देशों की दोस्ती से खतरा बढ़ जाता है। और आज सरकार की नीति ऐसी है कि सभी पड़ोसी देश हमसे नाराज हैं। वहीं, इससे पहले राहुल गांधी ने संसद के मानसून सत्र और कृषि विधेयकों को लेकर मोदी सरकार को निशाने पर लिया था। उन्होंने कहा था कि “2014 में मोदी जी का चुनावी वादा किसानों को स्वामीनाथन कमिशन वाला एमएसपी देने का था। फिर 2015 में मोदी सरकार ने कोर्ट में कहा कि उनसे यह नहीं हो पाएगा। अब 2020 में काले कृषि कानून से किसानों की कमर तोड़ने का काम किया गया है। इससे मोदी जी की ‘साफ़’ नीयत का पता चलता है कि यह सब कृषि-विरोधी नया प्रयास है। किसानों को करके जड़ से साफ़, पूंजीपति ‘मित्रों’ का ख़ूब विकास।”