राज्यसभा से निलंबित सांसदों का कल से ही संसद परिसर में धरना-प्रदर्शन जारी है। मंगलवार सुबह उपसभापति हरिवंश नारायण विपक्षी सांसदों के लिए चाय लेकर पहुंचे, लेकिन सदस्यों ने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लेकर उपसभापति की तारीफ की और कहा कि उनके इस कदम से लोकतंत्र के चाहने वालों को गर्व महसूस होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘सदियों से बिहार की महान भूमि हमें लोकतंत्र के मूल्यों को सिखा रही है। उस अद्भुत लोकाचार के अनुरूप बिहार से राज्यसभा सांसद और राज्यसभा के उपसभापति श्री हरिवंश जी के प्रेरणादायक और राजनेता जैसे आचरण हर लोकतंत्र प्रेमी को गौरवान्वित करेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘व्यक्तिगत रूप से उन लोगों को चाय परोसना, जिन्होंने उन पर हमला किया और कुछ दिनों पहले उनका अपमान किया, दिखाता है कि श्री हरिवंश जी विनम्र मन और बड़े दिल वाले व्यक्ति हैं। यह उनकी महानता को दर्शाता है। मैं हरिवंश जी को बधाई देने के लिए भारत के लोगों के साथ हूं।’
वहीं, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण 20 सितंबर को कृषि विधेयकों के पारित होने के दौरान विपक्षी सांसदों द्वारा सदन में उनके साथ किए गए दुर्व्यवहार के खिलाफ एक दिवसीय उपवास रखेंगे। गौरतलब है कि कृषि विधेयकों पर रविवार को राज्यसभा में विपक्ष के सांसदों द्वारा विरोध करते हुए माइक तोड़े गए और कुछ सांसद उपसभापति हरिवंश नारायण के पास वेल तक पहुंच गए। इस पर कार्रवाई करते हुए सभापति वेंकैया नायडू ने आठ सांसदों को निलंबित कर दिया।
इसके बाद से ही ये सांसद विरोध जताते हुए सोमवार से संसद परिसर में धरने पर बैठे हुए हैं। इसी बीच राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश मंगलवार को उनसे मिलने के लिए पहुंचे और उन्हें चाय दी। हालांकि, उन्होंने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा, ‘जब वे हमारे घर आएंगे तो हम व्यक्तिगत रिश्ते निभाएंगे लेकिन यहां हम किसानों के लिए बैठे हैं इसलिए ये व्यक्तिगत रिश्ते निभाने का वक्त नहीं है। हम चाहते हैं कि ये काला कानून वापस लिया जाए। देश के हजारों किसान भूखे-प्यासे सड़कों पर इस काले कानून के खिलाफ हैं।’