कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश, ग्रेटर नोएडा में हो सकता है निर्माण
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को यहां कहा कि उत्तर प्रदेश में देश की सबसे खूबसूरत फिल्म सिटी बनेगी। उन्होंने इसके लिए संबंधित अधिकारियों को कार्ययोजना तैयार करने को कहा है। यह फिल्म सिटी नोएडा या ग्रेटर नोएडा में बन सकती है। मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मेरठ मंडल के मेरठ, हापुड़, बागपत, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद व बुलन्दशहर जनपदों के विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में देश को एक अच्छी फिल्म सिटी की आवश्यकता है। उत्तर प्रदेश यह जिम्मेदारी को लेने के लिए तैयार है। हम एक उम्दा फिल्म सिटी तैयार करेंगे। फिल्म सिटी के लिए नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे का क्षेत्र बेहतर होगा। यह फिल्म सिटी फिल्म निर्माताओं को एक बेहतर विकल्प उपलब्ध कराएगी, साथ ही, रोजगार सृजन की दृष्टि से भी अत्यंत उपयोगी प्रयास होगा। इस दिशा में भूमि के विकल्पों के साथ यथाशीघ्र कार्ययोजना तैयार की जाए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जनप्रतिनिधियों से फीडबैक प्राप्त करते हुए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। कैलाश मानसरोवर भवन निर्माण की स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने गाजियाबाद में जनप्रतिनिधियों के प्रशिक्षण हेतु प्रस्तावित केंद्र के निर्माण कार्य को शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए। साथ ही, बुलंदशहर में राजकीय मेडिकल कॉलेज और तहसील सिकंदराबाद में अटल आवासीय विद्यालय के भवन को तत्परता से पूर्ण करने के लिए भी निर्देशित किया। मेरठ के हस्तिनापुर ब्लॉक में सोती नदी के पुनरुद्धार के लिए किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने नदी और तालाब पुनर्जीवन के लिए मनरेगा को माध्यम बनाने की जरूरत बताई।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मेरठ व गाजियाबाद को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की योजना महत्वपूर्ण है। इसे शीघ्रता से प्रारंभ किया जाए। उन्होंने कहा कि सेफ सिटी परियोजना के कार्य को तत्परता से पूर्ण किया जाए। मंडलायुक्त ने बताया कि अमृत योजना सहित जलापूर्ति के अन्तर्गत मंडल में कुल 20 परियोजनाएं संचालित हैं, जिसमें से अब तक 09 परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि शेष 06 परियोजनाएं माह दिसम्बर, 2020 तक तथा 05 परियोजनाएं माह मार्च 2021 तक पूर्ण कर ली जाएंगी। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार हर घर में पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस संबंध में शिथिलता कतई स्वीकार्य नहीं है। सभी संबंधित परियोजनाओं को शीघ्रता से पूर्ण किया जाए।