क्या लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) बिहार में 143 सीटों पर चुनाव लड़ेगी? क्या राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में रहने के बावजूद जनता दल यूनाइटेड (JDU) के प्रत्याशियों के खिलाफ मैदान में उतरेगी? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) तथा एलजेपी सुप्रीमो चिराग पासवान (Chirag Paswan) की तनातनी का क्या परिणाम निकलेगा? ,एलजेपी व जेडीयू के संबंधों को लेकर ऐसे कई सवाल हवा में हैं। आज एलजेपी की हाईवेलवल बैठक में इस तमाम बातों पर विचार किया जाएगा। चिराग पासवान द्वार बुलाई गई इस बैठक में पार्टी के सभी सांसद उपस्थित रहेंगे। इस बैठक में बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर अंतिम फैसला लेकर उसके अनुसार तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके पहले विराग पासवान ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) से मुलाकात की। उधर, एनडीए में एलजेपी सहयोगी घटक दलों के नेताओं ने कहा है कि गठबंधन में कहीं कोई तनाव नहीं है।
एलजेपी की बैठक में चुनाव को लेकर चर्चा
विदित हो कि बीते सात सितंबर को एलजेपी के बिहार संसदीय बोर्ड की बैठक में पार्टी ने 143 विधानसभा सीटों पर चुनावी तैयारी करने का फैसला लिया था। साथ ही किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहने की बात कही गई थी। बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव में जाने के नुकसान पर भी चर्चा हुई थी। इसके बाद आज फिर इन तमाम मुद्दाें पर बैठक होगी।
तनावपूर्ण हो गए हैं चिराग व नीतीश के रिश्ते
चिराग पासवान बीते कुछ समय से बिहार सरकार की नाकामियों को गिनाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरते रहे हैं। इसके पीछे उनका तर्क है कि वे आलोचना नहीं कर रहे, बल्कि मुख्यमंत्री तक जनता की बातें पहुंचा रहे हैं। इसे लेकर नीतीश कुमार व चिराग पासवान के रिश्ते तनावपूर्ण हो गए हैं। इस बीच नीतीा कुमार की पहले पर एनडीए में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने नीतीश कुमार के बचाव में चिराग पासवान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
बिहार के हालात पर पीएम मोदी को लिखा पत्र
भारतीय जनता पार्टी (BJP) अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) के बिहार दौरे के बाद चिराग के तेवर नरम पड़ते दिखे थे। उन्होंने नीतीश कुमार के नेतृत्व पर भरोसा जताया था। लेकिन इसके बाद 13 सितंबर को चिराग ने बिहार की गेंद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के पाले में डाल दिया। चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर पार्टी और संसदीय बोर्ड की भावना से अवगत कराया। बताया जाता है कि पत्र में चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव में जाने पर नुकसान का भी जिक्र किया है।
देर रात नड्डा से की मुलाकात, कही से बात
इन तमाम मुद्दों पर बुधवार को एलजेपी की हाई लेवल बैठक हो रही है। लेकिन इसके पहले चिराग पासवान ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से देर रात मुलाकात की। बताया जा रहा है कि चिराग ने नड्डा से बिहार चुनाव में बड़ा भाई बनने का अनुरोध किया। चिराग ने कहा कि बीजेपी बिहार में जेडीयू से अधिक सीटों पर चुनाव लड़े।
बैठक में एलजेपी का स्टैंड साफ होने की उम्मीद
अब बुधवार को हो रही बैठक को लेकर एलजेपी का स्टैंड साफ हो जाने की उम्मीद है। बैठक में रामविलास पासवान और पाशुपति कुमार पारस के अस्पताल में होने के कारण शामिल नहीं होने की बात कही जा रही है। महबूब अली कैसर वीडियो कांफ़्रेंसिंग के जरिए जुड़ सकते हैं। बैठक में चिराग पासवान, बिहार प्रदेश एलजेपी अध्यक्ष प्रिंस राज, सांसद चंदन सिंह और वीणा देवी, पूर्व सांसद सूरजभान सिंह और काली प्रसाद पांडे भी शामिल होंगे।
बैठक पर होने लगी सियासी बयानबाजी
इस बीच एलजेपी की बैठक को लेकर सियासी बयानाबाजी भी होने लगी है। बीजेपी के विधायक नितिन नवीन ने कहा है कि एनडीए के सभी घटक दलों को बिहार के हित की चिंता है। जेडीयू नेता व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि जनादेश नीतीश कुमार के साथ है। जहां तक बैठक की बात है, वो तो सभी दल करते रहे हैं। एलजेपी के सूरजभान सिंह ने कहा कि गठबंधन टूटने का असर किसी एक दल पर नहीं पड़ता। इससे सभी दल प्रभावित होते हैं।