फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत और महाराष्ट्र की सत्ताधारी शिवसेना के बीच सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर शुरू हुई जुबानी जंग में बीएमसी ने उनके दफ्तर पर बुलडोजर चला दिया. कंगना को मुंबई न आने की धमकी मिली तो केंद्र सरकार ने वाई कैटेगरी की सुरक्षा दे दी. कंगना मुंबई भी पहुंचीं और कड़े सुरक्षा घेरे में लगातार बयानों के तीर चलाकर वापस मनाली भी लौट गईं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कंगना के साथ खड़ी नजर आई.
अब यूपी की योगी सरकार के शिक्षा मंत्री डॉक्टर सतीश द्विवेदी भी कंगना के समर्थन में खुलकर आ गए हैं. डॉक्टर द्विवेदी ने कंगना को सही ठहराते हुए कहा है कि एक महिला, एक कलाकार की वाणी का मुकाबला करने के लिए महाराष्ट्र की सरकार बेशर्मी पर उतर आई है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की सरकार को जनता माफ नहीं करेगी.
डॉक्टर द्विवेदी ने उद्धव सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कंगना के साथ दुश्मन जैसा वयवहार किया जा रहा है. पूरी महाराष्ट्र सरकार एक तरफ और जनता दूसरी तरफ खड़ी है. जनता टीवी देख रही है, अखबार पढ़ रही है और समझ रही है कि कंगना के साथ जो हो रहा है, वह गलत है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या अभिव्यक्ति की आजादी केवल कुछ लोगों के लिए है? देश के वे बुद्धिजीवी आज कहां चले गए, जो पुरस्कार वापस करते थे?
यूपी के बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि जब देश को तोड़ने की बात कही जाए, पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जाएं तो अभिव्यक्ति की अजादी होनी चाहिए. और जब एक महिला कलाकार जिसने संघर्ष कर एक मुकाम बनाया है, वह किसी दूसरे कलाकार की मृत्यु पर हत्या की संभावना व्यक्त करती है तो सरकार उसके साथ दुश्मन जैसा व्यवहार करेगी. उन्होंने महाराष्ट्र सरकार की कार्रवाई को कायराना हरकत बताया और कहा कि देश की जनता इसका जवाब देगी.
डॉक्टर द्विवेदी देवरिया सदर विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे थे. डॉक्टर द्विवेदी ने कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ बैठक कर चुनावी तैयारियों का जायजा लिया और जी-जान से तैयारी में जुट जाने के लिए कहा. गौरतलब है कि देवरिया सदर के विधायक जन्मेजय सिंह का निधन हो गया था. भाजपा ने इस सीट पर उपचुनाव के लिए डॉक्टर द्विवेदी को प्रभारी बनाया है.