उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में प्रभावित व्यवसाइयों और अन्य सेक्टर के लोगों को हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए गठित कमेटी की रिपोर्ट मिल गई है, एक सप्ताह के भीतर बिगड़ी अर्थव्यवस्था के पुनर्जीवन के लिए एक व्यापक पैकेज की घोषणा की जाएगी।
शोपियां मुठभेड़ की जांच पर एलजी ने कहा कि राजोरी के लापता तीन युवकों के परिवार वालों को पूरा इंसाफ मिलेगा। कहा कि बैक टू विलेज के इस नए प्रोग्राम में वह सभी काम पूरे होंगे जो एक गांव को सशक्त बनाने के लिए पिछली बार रह गए थे। प्रदेश जीरो टोलरेंस की नीति पर आगे बढ़ेगा।
श्रीनगर में सोमवार को राजभवन में पत्रकारों से बातचीत में एलजी ने कहा कि सिर्फ 15-16 महीने से यहां का उद्योग और व्यापार प्रभावित नहीं है, बल्कि मैं मानता हूं कि पिछले 15-20 सालों से यहां का व्यापार प्रभावित है।
इसके नुकसान के आंकलन के लिए एक कमेटी बनी थी, जिसने अपनी रिपोर्ट दे दी है। एक सप्ताह के भीतर उसकी जानकारी सभी के समक्ष रखी जाएगी।
सिन्हा ने कहा कि जो पैकेज मिलने वाला है, ऐसा न कभी जम्मू-कश्मीर को मिला था और शायद ही भविष्य में मिल पाएगा। इसमें न सिर्फ व्यवसायी, बल्कि सभी प्रभावितों को शामिल किया जाएगा।
दक्षिणी कश्मीर के शोपियां ज़िले के अम्शिपोरा इलाके में 18 जुलाई को हुई मुठभेड़ के बारे में पूछे जाने पर एलजी ने कहा कि इस घटना को लेकर जो भी विधिक कार्रवाई हो सकती थी वो हो रही है।
सेना अपनी जांच कर रही है और प्रदेश प्रशासन द्वारा अलग जांच कमेटी बैठाई गई है। मैं यह आश्वासन दिलाना चाहता हूं कि राजोरी के तीन युवकों के परिवारों के साथ पूरा इंसाफ होगा, जिनका आरोप है कि मुठभेड़ में मारे गए तीनों आतंकी उनके बच्चे हैं जो मजदूरी करने के लिए गए थे।