टीम इंडिया के इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज में भारत के बल्लेबाजों की हालत काफी खराब है. लॉ्र्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन के पहले तक टीम इंडिया के बल्लेबाजों के बारे में कहा जा रहा था कि इंग्लैंड की हालात और मौसम ऐसे हैं कि वहां बल्लेबाजी करना काफी कठिन हैं. पहले टेस्ट में टीम इंडिया की नजदीकी हार का भी हवाला दिया गया. लेकिन इस दलील की भी हवा निकल गई.
मजेदार बात यह है कि इस बात में काफी कुछ सच्चाई होने के बावजूद भारत के बल्लेबाजी के कलई इंग्लैंड ने मैच के तीसरे दिन खोल दी. तीसरे दिन इंग्लैंड को भारत की 107 रनों की पारी के जवाब में इंग्लैंड ने तीसरे दिन 89 रन पर चार विकेट गंवाने के बाद 357 छह विकेट के नुकसान पर ही बना लिए. कहा यह भी गया कि मैच के दूसरे दिन हालात अलग थे जबकि तीसरे दिन पिच का मिजाज कुछ और ही था.
चौथे दिन के पहले सत्र ने ही बता दिया अंतर
इस बात में भी ज्यादा दम था कि नहीं इसका फैसला चौथे दिन के पहले सत्र में हो गया. इंग्लैंड ने तीसरे दिन के स्कोर 357 रन से आगे खेलना शुरू किया और 7.1 ओवर और खेलते हुए स्कोर 396 रन तक पहुंचा दिया. इस तरह चौथे दिन की शुरूआत में जब मैच से कुछ समय पहले पानी भी गिरा था, इंग्लैंड के क्रिस वोक्स जो तीसरे दिन 120 रन बना चुके थे, और सैम कुरैन जो तीसरे दिन 22 रन बना चुके थे, ने कुल 39 रन जोड़ लिए. इसके बाद जब 396 के स्कोर पर तेजी से रन बनाते हुए सैम कुरैन 40 रन के निजी स्कोर पर आउट हुए तब इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने इंग्लैंड की पारी घोषित की और इंग्लैंड को 289 रनों की अहम बढ़त मिली.
लेकिन इसके बाद जब टीम इंडिया बल्लेबाजी करने आई तब मौसम भी वही था और पिच का मिजाज भी वही लेकिन मैच बदल गया. पहले दो ओवर मेडन जाने के बाद पारी के तीसरे ही ओवर में जेम्स एंडरसन लॉर्ड्स के मैदान में अपना 100वां विकेट लेने में कामयाब हो गए. एक बार फिर उन्होंने मुरली विजय को शून्य पर चलता कर दिया. इसके बाद एंडरसन और ब्रॉड ने केएल राहुल और पुजारा को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. भारतीय बल्लेबाज भी काफी परेशान नजर आए. इसके बाद 7वें ओवर की पहली गेंद पर केएल राहुल भी एंडरसन की गेंद का शिकार बने और 10 रन के निजी स्कोर पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए. इसके बाद जब 9 ओवर में पानी गिरा टीम इंडिया का स्कोर 2 विकेट के नुकसान पर 17 रन हो गया था. अभी टीम इंडिया का चौथे दिन ही पारी की हार की कगार पर आ जाना भी दोनों टीमों के अंतर खासकर टीम इंडिया की कमियों को उजागर ही कर रहा है.
चौथे दिन के पहले 16 ओवरों का खेल
जिन लोगों को टीम इंडिया के बल्लेबाजों के प्रति सहानुभूति है या जो लोग भारतीय बल्लेबाजी की इंग्लैंड में हो रही दयनीय हालत के लिए वहां के मौसम और पिच को ज्यादा जिम्मेदार मानते हैं. उन्हें एक बार फिर इस मैच के चौथे दिन के पहले 16 ओवर का खेल देख लेना चाहिए. बेशक मौसम और पिच का नुकसान टीम इंडिया के खिलाफ ही था, लेकिन भारत के बल्लेबाजी अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती.
जाहिर है खिलाड़ियों को अंदर बाहर करना समाधान नहीं है बल्कि एक एक बल्लेबाज के साथ बल्लेबाजों की सामूहिक जिम्मेदारी, जिसमें बल्लेबाजी कोच भी शामिल हैं, पर ध्यान देना बहुत जरूरी है. टीम इंडिया इसके लिए क्या करती है यह तो बाकी तीन टेस्ट मैचों में नजर आ ही जाएगा.