प्रदेश में संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बीच मौत का ग्राफ भी लगातार बढ़ रहा है। रविवार को भी प्रदेश में 12 मरीजों की मौत हुई है। इनमें पांच एम्स ऋषिकेश, एक श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल, तीन दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल व तीन मरीजों की मौत हल्द्वानी स्थित डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में हुई हैं। अब तक प्रदेश में कुल 418 मरीजों की मौत हो चुकी है।
दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जिन तीन मरीजों की मौत हुई है, उनमें त्यागी रोड निवासी 48 वर्षीय व्यक्ति को आठ सितंबर को अस्पताल में भर्ती किया गया था। मरीज की मौत रेस्पिरेटी फेल्योर से हुई है। साथ ही, मोथरोवाला डांडी निवासी 50 वर्षीय व्यक्ति ने भी अस्पताल में दम तोड़ दिया। वहीं सरस्वती विहार निवासी एक 72 वर्षीय महिला की भी मौत हुई है। पटेलनगर स्थित श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में 62 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई है।
वहीं एम्स ऋषिकेश में 62 वर्षीय व्यक्ति, 41 वर्षीय महिला, 65 वर्षीय शख्स, 80 साल के बुजुर्ग व एक 43 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई। उधर, डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय अस्पताल में भी तीन मौत हुई हैं। रामनगर निवासी 42 वर्षीय महिला डायबिटीज, ब्लड कैंसर समेत कई बीमारियों से ग्रस्त थी। वहीं हल्द्वानी के पंचायत घर निवासी 61 वर्षीय बुजुर्ग 11 सितंबर को अस्पताल में भर्ती हुए थे। शहर के ही सुभाष नगर निवासी 75 वर्षीय एक बुजुर्ग की भी मौत हो गई है। वह डायबिटीज, निमोनिया से ग्रस्त थे।
दो महिला चिकित्सक संक्रमित
रोगियों और उनके तीमारदारों के जरिए कोरोना संक्रमण चिकित्सकों तक भी पहुंच रहा है। राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में तैनात एक महिला चिकित्सक और एक पूर्व महिला चिकित्सक की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हालांकि इनमें कोरोना के लक्षण नहीं है, जिस कारण उन्हें होम आइसोलेशन पर रखा गया है। राजकीय चिकित्सालय के हेल्थ सुपरवाइजर एसएस यादव ने बताया कि इन सभी के संपर्क में आए व्यक्तियों की जानकारी ली जा रही है।