क्या-क्या उपयोग में लाएं-
* खीर, पूरी अनिवार्य है।
* खीर, पूरी अनिवार्य है।
* जौ, मटर और सरसों का उपयोग श्रेष्ठ है।
* ज्यादा पकवान पितरों की पसंद के होने चाहिए।
* गंगा जल, दूध, शहद, कुश और तिल सबसे ज्यादा जरूरी है।
* तिल ज्यादा होने से उसका फल अक्षय होता है।
* तिल पिशाचों से श्राद्ध की रक्षा करते हैं।
श्राद्ध के भोजन में क्या न पकाएं-
* चना, मसूर, उड़द, कुलथी, सत्तू, मूली, काला जीरा
* कचनार, खीरा, काला उड़द, काला नमक, लौकी, प्याज और लहसन
* बड़ी सरसों, काले सरसों की पत्ती और बासी, खराब अन्न, फल और मेवे
ब्राह्मणों का आसन कैसा हो-
* रेशमी, ऊनी, लकड़ी, कुश जैसे आसन पर भी बैठाएं।
* लोहे के आसन पर ब्राह्मणों को कभी न बैठाएं।