बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बुधवार को अभिनेत्री कंगना रनौत के बांद्रा स्थित बंगले का अवैध हिस्सा ध्वस्त कर दिया, जिसके बाद वह यहां पहुंचीं और इस कार्रवाई को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जमकर बरसी। कंगना ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किये गये एक वीडियो संदेश में ठाकरे से कहा, ‘‘उद्धव ठाकरे, तुझे क्या लगता है…आज मेरा घर टूटा है कल तेरा घमंड टूटेगा, यह वक्त का पहिया है याद रखना हमेशा एक जैसा नहीं रहता…। ”

अभिनेत्री ने यह बंगला सितंबर 2017 में कथित तौर पर 20 करोड़ रुपये में खरीदा था। हालांकि, कंगना को बंबई उच्च न्यायालय से राहत भी मिल गई। अदालत ने उनके बंगले में अवैध निर्माण को बीएमसी द्वारा ध्वस्त करने की शुरू की गई प्रक्रिया पर रोक लगाते हुए एक स्थगन आदेश जारी किया। अभिनेत्री इस बंगले को अपने कार्यालय के रूप में उपयोग करती है। अदालत ने यह भी जानना चाहा कि नगर निकाय उनके बंगले में कैसे घुसा, जब उसकी मालकिन वहां उपस्थित नहीं थीं।

कंगना, चंडीगढ़ से विमान के जरिए अपराह्न करीब ढाई बजे मुंबई हवाईअड्डा पहुंचीं। मुंबई पुलिस के बारे में उनके बयान के कारण शिवसेना कार्यकर्ताओं ने यहां हवाईअड्डे पर उनका विरोध किया। काले झंडे लिए शिवसेना कार्यकर्ताओं को हवाईअड्डे के बाहर देखा गया। कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी की।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कंगना के यहां हवाईअड्डे पर आगमन के बाद उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच उपनगरीय खार स्थित उनके आवास ले जाया गया। आरपीआई (ए) और करणी सेना के कार्यकर्ता भी कंगना के समर्थन में वहां एकत्र थे। आरपीआई (ए) के नेता एवं केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने घोषणा की थी कि कंगना के मुंबई आने पर उनकी पार्टी के कार्यकर्ता उनकी सुरक्षा करेंगे। ये सभी कार्यकर्ता हवाईअड्डे के टर्मिनल-2 के बाहर एकत्र थे।

अधिकारी ने बताया , ‘‘अभिनेत्री को केंद्रीय सुरक्षा बल और मुंबई पुलिस के कर्मी उन्हें सुरक्षा घेरे में हवाई अड्डे से बाहर ले गये।” अभिनेत्री को केंद्र द्वारा वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है। खार स्थित उनके आवास के बाहर भारी संख्या में पुलिस तैनात है। आवास के पास शिवसेना के कुछ कार्यकर्ता भी जमा हैं। उधर, कंगना के गृह राज्य हिमाचाल प्रदेश की विधानसभा में राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अभिनेत्री के बंगले के खिलाफ की गई बीएमसी की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि वह राज्य की बेटी है और उसे अपने क्षेत्र में काम करने के लिये उपयुक्त माहौल मिलना चाहिए।

मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र के बारे में कंगना के एक हालिया बयान से विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने दावा किया था कि वह मुंबई में असुक्षित महसूस करती हैं। इसके बाद शिवसेना के नेता संजय राउत ने उनसे मुंबई वापस नहीं आने को कहा था। राउत के इस बयान के बाद अभिनेत्री ने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से की थी। इस बीच, बुधवार को बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने उनके बांद्रा स्थित बंगला में अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया।

बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ध्वस्त करने की प्रक्रिया पर उच्च न्यायालय के स्थगन आदेश आने के समय तक (अवैध निर्माण) ढहाये जाने की योजना को क्रियान्वित किया जा चुका था।” कंगना ने कहा कि नगर निकाय को उनके बंगले को निशाना बनाने के बजाय राज्य की जर्जर सड़कों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। कंगना ने ट्वीट किया, ‘‘ बीएमसी, ये मुंबई की सड़क है और आप एक अभिनेत्री का घर ढहाने पर आमादा हैं, जो माफिया को बेनकाब कर रही है…। यह लोकतंत्र की मौत है। ”उन्होंने मुंबई की सड़कों की तस्वीरें भी साझा की जिस पर कई गड्ढे थे।

राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कंगना का नाम लिए बिना कहा कि उनके बयानों को अनुचित महत्व दिया जा रहा है। पवार ने कहा कि लोग उनकी टिप्पणियों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। अभिनेत्री के वकील ने आरोप लगाया कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बांद्रा में उनके बंगला का जो हिस्सा दिन में ध्वस्त किया है, वहां उसके अवैध निर्माण के बारे में नगर निकाय झूठ बोल रहा है।

स्थगन आदेश के बाद कंगना के कार्यालय के बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए उनके वकील रिजवान सिद्दीकी ने कहा, ‘‘बीएमसी झूठ बोल रही है। उनका कहना है कि उन्होंने काम रोकने का नोटिस दिया था। लेकिन इस तरह का नोटिस तब दिया जाता है, जब निर्माण कार्य जारी हो। ” उन्होंने कहा, ‘‘उस स्थान पर कोई निर्माण कार्य नहीं चल रहा था। करीब डेढ साल पहले यह पूरा हो गया था।”