हैदराबाद शहर में लगातार हत्याओं का मामला लगातार बढ़ता ही जा रहा है. वहीं हाल ही में मंगलवार रात राजेंद्रनगर में एक व्यापारी को कुछ आरोपियों ने चाकू से वार कर क़त्ल कर दिया था. बहादुरपुरा के मूल निवासी 34 वर्षीय मोहम्मद जावेद अपनी कार की मरम्मत कराने राजेंद्रनगर स्थित प्रजा भवन परिसर गए थे.
एसीपी अशोक चक्रवर्ती ने बताया कि जावेद से मिलने और उनके बीच कुछ विवाद को लेकर करीब चार लोग भी वहां मौजूद थे. एक बहस हुई जिसके दौरान जावेद पर वार कर उसे मार दिया. राजेंद्रनगर की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए उस्मानिया सामान्य अस्पताल मुर्दाघर पहुंचाया है. शुरुआती जांच में खुलासा हुआ कि जावेद सिनेमा शूटिंग कैटरिंग एजेंसियों के लिए खाने और किराने का सामान सप्लाई करते थे. हमलावरों ने भागते समय एक मोबाइल फोन को पीछे छोड़ दिया, जिसकी जांच पुलिस उनकी पहचान के संकेतों के लिए कर रही है.
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था और उन्होंने मामले को लेकर शुरुआती जांच शुरू कर दी है. इसके अलावा इस तकनीक से शहर की पुलिस को शहर की 80 फीसद से अधिक आपराधिक मामलों का पता लगाने में मदद मिली है. पुलिस की सालाना आपराधिक रिपोर्ट से पता चलता है कि हैदराबाद में 2014 के बाद से सीसीटीवी कैमरों और फोरेंसिक तकनीकी सबूतों के कारण जितने मामले पाए गए हैं, उनकी संख्या बढ़ गई है. 2014 में, यदि सीसीटीवी कैमरों का उपयोग करके 447 मामलों का पता चला, तो 2018 में, यह 3,885 मामले थे. आंकड़ों के साथ, हम कह सकते हैं कि प्रौद्योगिकी किसी भी तरह प्रौद्योगिकी शहर के पुलिस की मदद कर रही है.