मध्य प्रदेश में उपचुनाव को लेकर राजनीति उफान पर है। आरोप-प्रत्यारोप के बीच किसी ने कांग्रेस के युवा नेता देवाशीष जरारिया की मौत की खबर फैला दी। इसके बाद देवाशीष को एक वीडियो जारी कर अपने जिंदा होने का सबूत देना पड़ा। दरअसल, युवकों के लिए किए गए प्रदर्शन में हंगामे के बाद रविवार को कथित तौर पर बीजेपी से जुड़े राजीव तोमर नामक युवक ने देवाशीष जरारिया के निधन की अफ़वाह फैला दी।
राजीव ने एक सड़क दुर्घटना में देवाशीष के निधन की बात फेसबुक पर पोस्ट कर दी। यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। राजीव ने अपना परिचय विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल कार्यकर्ता के रूप में दिया है। राजीव ने फेसबुक पर लिखा कि भिंड आने से पहले ही देवाशीष जरारिया की सड़क दुर्घटना में मौत। इसके बाद देवाशीष को खुद सामने आकर अपना वीडियो जारी कर जिंदा होने का सबूत देना पड़ा।
देवाशीष जरारिया मध्य प्रदेश में अनुसूचित जाति, जनजाति कर्मचारी संगठन के महासचिव डॉ. पीसी जाटव के बेटे हैं। 28 साल के देवाशीष जरारिया दिल्ली में रहकर आईएएस की तैयारी करते हैं। मूलत: ग्वालियर के रहने वाले देवाशीष युवाओं के बीच इसलिए ज्यादा लोकप्रिय हैं। देवाशीष जरारिया जेएनयू के छात्र नेता कन्हैया कुमार एवं जिग्नेश मेवाणी के भी नजदीकी हैं। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाने वाले देवाशीष को 2019के भिंड से कांग्रेस का टिकट दिया गया था। हालांकि, वह चुनाव हार गए थे। उनके टिकट की सिफारिश राहुल गांधी ने की थी। दिग्विजय सिंह से उनकी पहचान व्यापम के व्हिसिलब्लोअर आनंद राय और हीरालाल अलावा ने इंदौर में कराई थी। उसके बाद ही वे कांग्रेस में शामिल हो गए थे।