पंजाब में शनिवार और रविवार को चल रहे लॉक डाउन को खत्म करने को लेकर पंजाब सरकार पर दबाव बढऩे लगा है। केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के बावजूद पंजाब में वीकेंड लॉकडाउन लागू है। लाॅकडाउन को लेकर व्यापारी वर्ग में खासा गुस्सा भी पाया जा रहा है। वहीं, अब कांग्रेस के अंदर भी वीक एंड लाक डॉउन को खत्म करने को लेकर मांग उठने लगी है। पार्टी के कई नेता चाहते हैं कि इस फैसले पर दोबारा विचार होना चाहिए। उधर, विपक्ष ने भी सरकार के इस फैसले पर अंगुली उठाई है। माना जा रहा कि मुख्यमंत्री जल्द ही इस मामले में कोई फैसला ले सकते हैं।
आप ने कहा व्यापारियों को हो रही सबसे ज्यादा परेशानी
आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रदेश के व्यापारियों और कारोबारियों का हवाला देते पंजाब सरकार से शाम का कर्फ्यू और साप्ताहिक लॉकडाउन बंद करने की मांग की है। आप के विधायक अमन अरोड़ा और मीत हेयर ने कहा कि पंजाब सरकार को साप्ताहिक लॉकडाऊन और सात बजे से कर्फ्यू का फैसला वापस लेना चाहिए।
आप नेताओं ने कहा कि व्यापारी वर्ग कभी भी किसी तरह का बगावत नहीं करता, परंतु सरकार जिस तरह से उन्हें परेशान कर रही है, ऐसे में इसके खिलाफ विरोध भी शुरू हो सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हो सकता है कि इसकी वकालत करने पर सरकार इसे आम आदमी पार्टी की साजिश करार दे दे।
कांग्रेस नेता भी कह रहे फैसले का रिव्यू होना चाहिए
उधर, कांग्रेस के विधायक कुलबीर जीरा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मुख्यमंत्री के साथ हुई बातचीत के दौरान यह मुद्दा उठाया। उन्होंने भी मुख्यमंत्री से अपील की थी कि वीक एंड लॉक डाउन को खत्म करना चाहिए।
मोहाली और जीरकपुर के व्यापारी सबसे अधिक परेशान
वीक एंड लॉक डाउन का सबसे अधिक विरोध मोहाली और जीरकपुर के व्यापारी कर रहे हैं। इसका मुख्य कारण यह भी है कि चंडीगढ़ और पंचकुला में लॉक डाउन नहीं होने के चलते ग्राहक वहां से खरीदारी कर रहे हैं।