इस दिन का काफी महत्व है. सुहागन महिलाएं इस दिन व्रत रखती है और वो भी निर्जला व्रत. चंद्र देव को अर्घ्य देने के बाद ही यह व्रत खोला जाता है. करवा चौथ का व्रत रखने वाली महिलाओं को इस दिन कई बातों का ध्यान देना होता है, इसके साथ ही महिलाओं को इस बात की जानकारी भी होनी चाहिए कि करवा चौथ व्रत में कौन-सी सामग्री होना आवश्यक है.
करवा चौथ व्रत या त्यौहार की पूजन सामग्री..
– कुमकुम
-शहद
-अगरबत्ती
-फूल
-दूध
-शक्कर
-घी
-मेहंदी
-मिठाई
-गंगाजल
-चावल
-कंघा
-बिंदी
-चुनरी
-बिछुआ
-सिंदूर
-मिट्टी का टोंटीदार करवा या फिर ढक्क्न
– हल्दी
-पानी का लौटा
– आसन (लकड़ी का)
– हलवा
-दक्षिणा
-गेहूं
-दीपक
-रूई
-शक़्कर बूरा
– गौरी प्रतिमा हेतु पीली मिट्टी
– 8 पूरियों की अठावरी
-छलनी
यह थी करवा चौथ व्रत की पूजा की संपूर्ण सामग्री. आपके लिए बेहतर यह होगा कि इतनी सारी सामग्री को आपको एक दिन पहले ही एकत्रित कर लेना चाहिए. एक-एक करके सामग्री खरीदते रहें. करवाचौथ के ठीक एक दिन पहले आपके पास पूरी सामग्री हो तो बेहतर होगा.
कैसे हो करवा चौथे के दिन की शुरुआत…
आप अपने करवा चौथ व्रत को बेहतर बनाना चाहती है तो आपको इसके लिए करवा चौथ के दिन सूर्य के उदय से पहले ही उठ जाना चाहिए. साथ ही आप सूर्योदय के पहले स्नान करती है तो यह भी आपके लिए काफी बेहतर होगा. स्नान के बाद स्वच्छ और सुंदर कपड़ें पहनें और करवा चौथ व्रत का संकप्ल लें.