आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा पंजाब के गांवों में लोगों का ऑक्सीजन स्तर जांचने के लिए अभियान शुरू करने की घोषणा के एक दिन बाद राज्य के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने उन्हें प्रदेश से दूर रहने और अपने शहर में कोरोना वायरस से निपटने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बुधवार को एक वीडियो संदेश में पंजाब के लोगों से अपील की थी कि वे आप के कार्यकर्ताओं को अभियान चलाने में मदद करें।
उन्होंने कहा था, ‘हमने दिल्ली में ऑक्सीमीटर को मददगार साबित होते देखा है। इसलिए आप पंजाब की हर गली, मोहल्ले और गाँव में ऑक्सीमीटर ले जा रही है। आप के कार्यकर्ता घर घर जाएंगे और लोगों के ऑक्सीजन स्तर की जाँच करेंगे।’ इस बीच बृहस्पतिवार को अमरिंदर ने केजरीवाल को राज्य के गांवों में लोगों को ‘उकसाने’ के लिए कोविड संकट का फायदा उठाने की कोशिश करने को लेकर आगाह किया। राज्य के गांवों में ढेरों फर्जी खबरों सुनने को मिली हैं।
उन्होंने केजरीवाल से कहा, ‘हमें आपके ऑक्सीमीटरों की जरूरत नहीं है। हमें सिर्फ इस बात की आवश्यकता है कि आप पंजाब में अपने कार्यकर्ताओं पर लगाम लगाएं। जहां वे मेरे लोगों को जांच और इलाज के लिए अस्पतालों में नहीं जाने की खातिर उकसाने की कोशिश कर रहे हैं।’
अमरिंदर ने कहा कि कम से कम एक ऐसी अफवाह थी जो विदेश से, संभवत: पाकिस्तान से शुरू की गयी थी और यहां केजरीवाल की आप पार्टी के एक सक्रिय कार्यकर्ता द्वारा उसे कथित तौर पर प्रचारित किया गया। पंजाब सरकार द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, आप के अमरिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है और यह पता लगाने के लिए पूछताछ की जा रही है कि पंजाब के लोगों को “गुमराह” करने के लिए किसने ‘प्रेरित किया। इसमें कहा गया है कि लोगों को यह कहकर गुमराह किया जा रहा है कि कोरोना वायरस की चपेट में आकर मरे मरीजों के अंगों को पंजाब स्वास्थ्रू मंत्रालय द्वारा निकाला जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आप कार्यकर्ता द्वारा कथित तौर पर प्रचारित वीडियो व पोस्ट में लोगों को स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ सहयोग नहीं करने के लिए उकसाया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने बृहस्पतिवार सुबह एक स्थानीय पत्रकार की शिकायत पर पटियाला में एक और मामला दर्ज किया। पत्रकार को कोविड से भय को लेकर गलत वीडियो बनाने और प्रसारित करने के लिए पैसे की पेशकश की गई थी।