मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर पहुंच चुके हैं। सात दिवसीय पुण्यतिथि समारोह के छठे दिन यानी शनिवार को गोरखनाथ मंदिर के दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है।
सातवें दिन रविवार को महंत अवेद्यनाथ की श्रद्धांजलि सभा आयोजित होगी। दोनों ही श्रद्धांजलि सभाओं में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को लखनऊ से गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर पहुंचे हैं। सभा में प्रत्यक्ष तौर पर फिजिकल डिस्टेंंसिंग के साथ केवल 80 लोग मौजूद रहेंगे। बाकी लोग गोरखनाथ मंदिर के फेसबुक पेज और यू-ट्यूब चैनल के माध्यम से श्रद्धांजलि सभा से जुड़ सकेंगे। आयोजन का इन माध्यमों से सीधा प्रसारण किया जाएगा।
48 घंटे का मानस पाठ
पुण्यतिथि समारोह के दौरान श्रद्धाजलि सभा के एक दिन पहले से रामचरित मानस के 48 घंटे के अखंडपाठ की परंपरा है। परंपरा के निर्वहन के लिए शुक्रवार की सुबह 10 बजे से गोरखनाथ मंदिर परिसर में स्थापित ब्रह्मलीन महंतों के समाधि स्थल पर अखंड मानसपाठ शुरू हो गया है। इसका समापन छह सितंबर को सुबह 10 बजे होगा। इस दौरान जगातार आनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। गोष्ठियों में विशेषज्ञ लोग अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं। इसके अलावा श्रीराम कथा प्रतिदिन चल रही है।
इस कथा का आनंद लेने के लिए श्रोताओं को बैठने की विशेष व्यवस्था की गई है। 80 से ज्यादा लोगों के बैठने की व्यवस्था नहीं है। गोरखनाथ मंदिर में चल रहे इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए लोगों का पहले से आवेदन पड़ा हुआ है। उसी अनुसार लोगों को बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। कोरोना को देखते हुए बचाव के बेहतर इंतजाम किए गए हैं। फिजीकल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जा रहा है। सुबह से शाम तक चलने वाले कार्यक्रम से पूरा वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। ऐसा नही है कि मंदिर में किसी के आने-जाने पर प्रतिबंध है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु गोरखनाथ मंदिर में आ रहे हैं और कथा का श्रवण लाभ ले रहे हैं। कोरोना को देखते हुए श्रद्धालु भी काफी सतर्क हैं।