अनलॉक- 4 खुलने की शुरुआत के साथ ही एक विशेष राज्य के मंत्रियों के बीच बैठकें का आयोजन शुरू हो गए हैं. तेलंगाना के सांसदों को 7 सितंबर से शुरू हो रहे राज्य विधानसभा के मानसून सत्र में भाग लेना चाहते हैं तो कोविड-19 का टेस्ट करवाना जरुरी है और उस टेस्ट की रिपोर्ट्स नेगिटिव होनी चाहिए. विधानसभा सत्र की तैयारियों पर शुक्रवार को स्पीकर पोचराम श्रीनिवास रेड्डी ने पत्रकारों से बात करते हुए यह घोषणा की, उन्होंने कहा कि सभी विधायकों और एमएलसी के लिए कोविड-19 के टेस्ट कराना अनिवार्य है. और केवल उन लोगों के ही प्रमाण पत्र तैयार किए जाएंगे. जिनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट्स नेगिटिव आ चुकी है. उसके बाद ही उन्हें सत्र में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी.
जंहा इस बारें में उन्होंने कहा, ‘भले ही विधायकों को बुखार न हो लेकिन वे सर्दी-खांसी से पीड़ित हैं, लेकिन बेहतर होगा कि वे विधानसभा में भाग लेने से बचें. रेड्डी ने कहा कि इसी तरह की शर्तें पुलिस, विधानसभा स्टाफ के सदस्यों, विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों और यहां तक कि सत्र को कवर करने वाले मीडियाकर्मियों पर भी लागू होंगी. स्पीकर ने कहा, सत्र शुरू होने से पहले उन्हें कोविड-19 के लिए अनिवार्य रूप से टेस्ट कराने चाहिए. और अपनी नेगिटिव रिपोर्ट्स को पेश करना होगा. इसके बाद ही उन्हें विधानसभा में प्रवेश के लिए पास दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि पहले से ही 119 विधायकों में से दो ने टेस्ट करवा लिया है और उनकी रिपोर्ट्स नेगिटिव भी आ चुकी है, और अन्य ने परीक्षण किया था लेकिन रिपोर्ट का इंतजार कर रहे है. उन्हें नेगिटिव रिपोर्ट लेकर ही विधानसभा परिसर में आना चाहिए.
वहीं आगे रेड्डी ने कहा, ‘ विधायकों के निजी सहायकों के लिए कोई अनुमति नहीं दी जाएगी, लेकिन मंत्रियों के निजी सचिवों को सत्र में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी सांसदों को एक मेडिकल किट दी जाएगी जिसमें ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर और सैनिटाइजर शामिल हैं. स्पीकर ने कहा, अगर ब्लड ऑक्सीजन का प्रतिशत 90 से कम है तो उन्हें विधानसभा में बिल्कुल नहीं आना चाहिए. प्रवेश द्वार पर ही थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजर जैसी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. परिसर का पूरी तरह से स्वच्छता दिन में दो बार सुबह और शाम को किया जाएगा.