बदायूं के उझानी कोतवाली में तैनात एक सिपाही ने शुक्रवार को छुट्टी न मिलने पर दरोगा को गोली मारकर खुद को भी गोली मार ली. वारदात के बाद कोतवाली में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में दोनों घायल पुलिसकर्मियों को जिला अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें बरेली रेफर कर दिया गया. बताया जा रहा है कि दरोगा की हालत गंभीर बनी हुई है. सूचना मिलने पर डीएम- एसपी समेत भारी पुलिस मौके पर पहुंचा. पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है.
घटना उझानी कोतवाली की है. जानकारी के मुताबिक आरोपी सिपाही ललित ने 10 दिन की छुट्टी के लिए आवेदन दिया था. उसकी तीन दिन की छुट्टी स्वीकृत हुई थी लेकिन वह ज्यादा दिन की छुट्टी चाह रहा था. इसी बात को लेकर दरोगा राम औतार से उसकी कहासुनी हो गई. उसने दरोगा को गोली मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए. इसके बाद उसने खुद को भी गोली मार ली. दोनों घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने मीडिया को जानकारी दी कि छुट्टी को लेकर सिपाही ने एसएसआई को गोली मारी. जिसके बाद खुद को भी गोली मार ली है, दोनों को बरेली भेजा गया है. दरअसल सिपाही 10 दिन की छुट्टी मांग रहा था और दरोगा ने 3 दिन की ही छुट्टी करी थी. पुलिस विभाग में दरोगा के हाथ में केवल 3 दिन की छुट्टी देने पावर होती है ज्यादा छुट्टी देने के लिए सीओ, एडिशनल एसपी या एसएसपी छुट्टी देते हैं. दरोगा की हालत नाजुक बनी हुई है. वहीं सिपाही खतरे से बाहर है.
घटना उझानी कोतवाली की है. जानकारी के मुताबिक आरोपी सिपाही ललित ने 10 दिन की छुट्टी के लिए आवेदन दिया था. उसकी तीन दिन की छुट्टी स्वीकृत हुई थी लेकिन वह ज्यादा दिन की छुट्टी चाह रहा था. इसी बात को लेकर दरोगा राम औतार से उसकी कहासुनी हो गई. उसने दरोगा को गोली मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए. इसके बाद उसने खुद को भी गोली मार ली. दोनों घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने मीडिया को जानकारी दी कि छुट्टी को लेकर सिपाही ने एसएसआई को गोली मारी. जिसके बाद खुद को भी गोली मार ली है, दोनों को बरेली भेजा गया है. दरअसल सिपाही 10 दिन की छुट्टी मांग रहा था और दरोगा ने 3 दिन की ही छुट्टी करी थी. पुलिस विभाग में दरोगा के हाथ में केवल 3 दिन की छुट्टी देने पावर होती है ज्यादा छुट्टी देने के लिए सीओ, एडिशनल एसपी या एसएसपी छुट्टी देते हैं. दरोगा की हालत नाजुक बनी हुई है. वहीं सिपाही खतरे से बाहर है.