अद्भुत सम्मान : अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी आरपी सिंह के पैतृक गांव में उनके घर तक बनेगी सड़क

-राघवेन्द्र प्रताप सिंह

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने खेल के मैदान में रहते हुए सूबे का नाम अन्तरराष्ट्रीय पटल पर रौशन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित करने का अनोखा तरीका निकाला है। सरकार ने प्रदेश की शान माने जाने वाले इन दिग्गज खिलाड़ियों के पैतृक गांव में उन्हीं के नाम से सड़क निर्माण कराने का अभूतपूर्व निर्णय लिया है। इस योजना के मुख्य शिल्पकार राज्य के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य हैं। उन्होंने इस अभिनव योजना के तहत 19 खिलाड़ियों के नाम से बनने वाली सड़कों का वर्चुअल शिलान्यास भी कर दिया है।
इस योजना के तहत खेल निदेशक व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी डा. आरपी सिंह के नाम पर उनके पैतृक गांव चुरिया में उनके घर तक सड़क बनेगी व मुख्य सड़क की भी काया पलट की जायेगी। यह सड़क देवरिया जिले के लार विकास खंड के चुरिया गांव में 55 लाख रुपए की लागत से बनेगी। ये सड़क रामजानकी मार्ग से होते हुए डा. आरपी सिंह के दरवाजे तक बनेगी जिसकी लंबाई दो किलोमीटर होगी, साथ ही दो किलोमीटर सड़क का विशेष मरम्मत का काम पूरा किया जाएगा। सरकार ने इस योजना को मेजर ध्यानचंद पथ का नाम दिया है।

बात अगर डा. आरपी सिंह की करें तो पिता स्वर्गीय प्रहलाद सिंह व माता स्वर्गीय चमेली देवी की प्रेरणा से अपने खेल के सफर की शुरुआत गांव से की थी। डा. आरपी सिंह का आठवीं तक पढ़ाई अपने गांव चुरिया में करने के बाद स्पोर्ट्स हास्टल लखनऊ में प्रवेश लिया। उन्होंने लखनऊ से पीएचडी भी की। डा. आरपी सिंह बचपन मे फुटबॉल के अच्छे खिलाड़ी थे लेकिन लखनऊ आकर उन्होंने हॉकी की स्टिक थाम ली। बताते चले कि बिहार सीमा पर स्थित चुरिया गांव की आबादी लगभग 20 हजार है जिसमें लगभग 9000 मतदाता हैं। यह गाँव अपने सलेमपुर लोकसभा का सबसे बड़ा गाँव है व देवरिया जिले का दूसरा सबसे बड़ा गाँव हैं। इस गांव में पांच प्राथमिक व दो उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। लेकिन पंचायत भवन से आज भी यह गाँव अछूता है। चुरिया गाँव तीन दिशाओं में नदियों से घिरे इस गांव की दक्षिण दिशा में सरयू और पूर्व दिशा में छोटी गंडक नदी हिस्सा लेती है, जिसका संगम इसी गांव पर होता है। अब डा. आरपी सिंह के नाम से सड़क बनने पर ग्रामीणों की खुशी की लहर है। उनका मानना है कि सरकार ने उनकी गांव से निकली एक प्रतिभा का ही नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र का सम्मान किया है। पूर्व में किसी भी सरकार ने खिलाड़ियों को इस तरह से सम्मानित नहीं किया। विदित हो कि डा. आरपी सिंह वर्तमान में खेल निदेशक के पद पर अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं।

डा. आरपी सिंह की खेल उपलब्धियां-

  • -भारतीय हॉकी टीम का नेतृत्व किया।
  • -दो एशियन गेम्स (सियोल-1986, बीजिंग-1990) के साथ एशिया कप-1989 की पदक विजेता भारतीय टीम में शामिल रहे।
  • विश्व कप (1986 लंदन, 1990 लाहौर) में भी प्रतिभाग किया।
  • -सुल्तान अजलान शाह जैसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की स्वर्ण विजेता टीम के भी सदस्य रहे।
  • -सभी आयु वर्गो (सब जूनियर नेशनल, जूनियर नेशनल, स्कूल नेशनल, सीनियर नेशनल व सीनियर नेशनल गेम्स) के स्वर्ण पदक विजेता।

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com