आर्युवेद में ऐसी मान्यता मानी जाती है कि तांबे के बर्तन सहायताका पानी तीन दोषों वात, पित्त और कफ को दूर करने में सहयता कर सकता है. इसके अलावा तांबे के बर्तन में पानी पीने के लाभ में जोड़ों के दर्द से आराम मिलना भी शामिल है. बोला जाता है कि तांबे के बर्तन में कम से कम छह से आठ घंटे तक पानी रखा होना चाहिए. आज हम आपको तांबे के बर्तन में पानी पीने के कुछ कमाल के लाभ के बारे में बताने जा रहे हैं.
1. डाइजेशन सिस्टम करे दुरूस्त
तांबा पेट, लिवर और किडनी सभी को डिटॉक्स करने में सहायता कर सकता है. इसमें ऐसे गुण शामिल होते हैं जो पेट को हानी पहुंचाने वाले बैक्टिरिया को मार देते हैं, जिस कारण पेट में अल्सर और इंफ्केशन होने की आशंका कम हो जाती है. इसके साथ ही तांबा पेट संबंधी दिक्कतों जैसे एसिडिटी और गैस से भी दूर रखता है.
2. जोड़ों के दर्द से मिलेगी राहत
तांबे में शामिल एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज़ दर्द से आराम दिलाता है, खासकर जोड़ों के दर्द से. इसीलिए इस पानी को अर्थराइटिस और जोड़ों के दर्द से परेशान रोगी को अवश्य पीना चाहिए. इसके साथ ही तांबा हड्डियों और इम्यून सिस्टम को भी तदरूस्त बनाने में लाभदायक माना जाता है.
3. लंबे वक्त तक रखे जवां
तांबे में शामिल एंटी-ऑक्सीडेंट्स फेस की फाइन लाइन्स और झाइयों को समाप्त करता है. ये फाइन लाइन्स को बढ़ाने वाले सबसे बड़ी वजह यानी फ्री रैडिकल्स से बचाकर त्वचा पर एक सेफ लेयर बनाता है, जिस कारण आप लंबे वक्त तक जवां रहते हैं.