पंजाब के कई इलाकों में देर रात बारिश हुई, जबकि कुछ इलाकों में सुबह से बूंदाबांदी हो रही है। अमृतसर के सुल्तानविंड रोड स्थित गुरु नानक पुरा की गली नंबर 2 में भारी बारिश के कारण वीरवार की आधी रात को तीन मंजिला इमारत बारिश में गिर गई। हादसे में 8 साल के बच्चे सहित तीन लोगों की मौत हुई है।
आसपास के लोगों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत अभियान चलाया और 10 के करीब लोगों को मलबे से किसी तरह बाहर निकाला। हालांकि घटना के बारे में पता चलते ही बी डिवीजन थाने की पुलिस और दमकल विभाग मौके पर पहुंच गया था, लेकिन मलबा हटाने में हुई देरी के कारण 8 साल की गुल्लू और उसके पिता सनी की मौत हो चुकी थी
Amritsar: Three people killed, four injured after roof of a building collapses, in Guru Nanak Pura area, following heavy rainfall last night pic.twitter.com/YePkMlopla
— ANI (@ANI) August 28, 2020
ग्राउंड फ्लोर पर रह रहे लाला 70 वर्षीय भी मलबे में दब गएl जब तक दमकल विभाग की टीम खुदाई करते हुए नीचे पहुंची लाला की भी मौत हो चुकी थीl इलाके के लोगों ने बताया कि इस जर्जर इमारत में 4 परिवार किराये पर रह रहे थे। लोगों ने सनी की दो बच्चियों और पत्नी नंदिनी को किसी तरह पड़ोसियों की दीवार फांद कर उनके घर पहुंचायाl इसी तरह अमृतसर के ही लोहगढ़ क्षेत्र में शुक्रवार की सुबह मकान गिर गयाl हालांकि घटना से कुछ देर पहले ही परिवार को हादसे के बारे में बालक लग गई थी। आसपास के लोगों ने परिवार को मौके पर ही बाहर निकाल लियाl
वहीं, पंजाब के अन्य हिस्सों में भी बारिश हो रही है। कई जगह बारिश कहर बनकर सामने आ रही है। सीवरेज सिस्टम की बदहाली के कारण कई इलाकों में पानी भरा हुुुआ है। जालंधर में शुक्रवार सुबह से बूंदाबांदी हो रही है। बारिश ने लोगों को उमस से राहत दे दी। अचानक से आसमान में गरज के साथ छाए बादल, तेज हवाएं तथा बारिश के बीच अधिकतम तापमान गिरकर 27 डिग्री सेल्सियस रह गया। इससे पूर्व अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस चल रहा था। हालांकि मौसम विभाग ने 27 अगस्त से बारिश की संभावना जताई थी। वही एक दिन पहले बादल छाए रहने के संकेत दिए थे।
सुबह के समय शुरू हुई बारिश ने चंद मिनटों में ही जालंधर के कई इलाके जलमग्न कर दिए। गुलाब देवी रोड, कपूरथला चौक, गुड मंडी, अली मोहल्ला, किशनपुरा, बलदेव नगर, 120 फुटी रोड, बस्ती गुंजा मेन बाजार, फगवाड़ा गेट, भगत सिंह चौक व शक्तिनगर सहित अधिकतर इलाकों में जलभराव हो गया। निगम की पोल खोल रहे इस जलभराव के कारण राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।